दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पिछली अरविंद केजरीवाल सरकार के दौरान रखे गए तमाम निजी स्टाफ को हटा दिया है. माना जा रहा है कि इसके बाद दिल्ली सरकार के कानूनी विभाग में भी बड़े पैमाने पर फेरबदल किया जा सकता है. खुद केजरीवाल भी चुनाव हारने के बाद पैदल हो गए हैं. दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने जो घाव दिए हैं, उनपर मरहम लगाने के लिए आम आदमी पार्टी ने पंजाब में बड़ी तैयारी शुरू कर दी है.
पंजाब सरकार ने अटॉर्नी जनरल की टीम के लोगों से इस्तीफा मांग लिया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 236 लोगों में से अब तक 62 ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. पंजाब सरकार के एक आला अधिकारी ने बताया कि इनमें से कई लोगों का कार्यकाल 10 फरवरी को समाप्त हो गया था. उसके बाद नए लोगों की भर्ती की जा सकती है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में हटाए गए लोगों को पंजाब में सेटल किया जा सकता है. इनमें केजरीवाल सरकार के निजी स्टाफ समेत कई वकील भी शामिल हैं.
अभी तक जो संकेत सामने आए हैं, उनसे जाहिर हो रहा है कि खुद अरविंद केजरीवाल भी पंजाब से राज्यसभा सांसद बन सकते हैं. क्योंकि दिल्ली में अगले 5 साल तक अब उनकी राजनीति का सत्ता में स्कोप नहीं बचा है. लिहाज़ा माना जा रहा है कि वे सक्रिय राजनीति में रहने के लिए पंजाब से दांव आजमा सकते हैं. यह बात दीगर है कि दिल्ली के लोगों को पंजाब में सेटल करने की तैयारी पर पंजाब सरकार में मौजूद लोगों ने इसे नेगेटिव तरीके से लेना शुरू कर दिया है. अटॉर्नी जनरल की टीम भी इसे नेगेटिव तरीके से ले रही है.