चुनाव आयोग ने हिमाचल में होने वाले अगले विधानसभा चुनावों के कार्यक्रमों की घोषणा कर दी है. हिमाचल में एक ही चरण में मतदान होंगे. यहां 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 8 दिसंबर को रिजल्ट आएगा.
चीफ इलेक्शन कमिश्ननर ऑफ इंडिया राजीव कुमार ने दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इसकी घोषणा की है. इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोगों से सतर्क रहने और आगामी चुनावों के लिए चुनाव प्रचार के दौरान किसी भी भ्रष्ट आचरण की रिपोर्ट करने को कहा है.
राज्य में अभी बीजेपी की सरकार है और यहां उसका सीधा मुकाबला कांग्रेस से है. वहीं अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप इस चुनाव को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रही है. राज्य में पिछले तीन दशकों में कोई भी पार्टी लगातार सत्ता में वापसी नहीं कर पाई है. पिछली बार बीजेपी ने कांग्रेस को पटखनी देकर सत्ता में वापसी की थी.
हालांकि इस बार पलड़ा बीजेपी का ही भारी दिख रहा है. कांग्रेस के कई बड़े नेता पार्टी छोड़कर चले गए हैं. ऐसे में कांग्रेस इतिहास के भरोसे तो है, लेकिन उसकी हालत कमजोर ही दिख रही है. वहीं आम आदमी पार्टी ने भी इस चुनाव में ताकत झोंक रखी है, लेकिन उसके भी कई प्रमुख नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में जा चुके हैं.
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को पिछले महीने उसके कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन के भाजपा में शामिल होने से बड़ा झटका लगा है. वहीं राज्य में पैर जमाने की कोशिश कर रही आप ने बेरोजगारी भत्ता और छह लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया है.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटें हैं. बहुमत के लिए 35 सीटें चाहिए. हिमाचल प्रदेश में पिछली बार बीजेपी ने 44 और कांग्रेस ने 21 सीटें जीती थीं. आज की तारीख में बीजेपी के पास 43 विधायक हैं और कांग्रेस के पास 22 विधायक हैं.