हरियाणा में आम आदमी पार्टी की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष अशोक तंवर ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. अशोक तंवर ने अपने समर्थकों के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी ज्वाइन की है. अशोक तंवर ने 18 जनवरी को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो अशोक तंवर आम आदमी पार्टी से नाराज चल रहे थे.
अशोक तंवर ने 5 अक्टूबर 2019 में कांग्रेस छोड़ दी थी. इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी बनाई थी. हालांकि, जब उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली, तो वे टीएमसी में शामिल हो गए थे. इसके बाद उन्होंने 4 अप्रैल 2022 में आप ज्वाइन की. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो अशोक तंवर को उम्मीद थी कि आप उन्हें इस साल राज्यसभा भेजेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि राज्यसभा का टिकट नहीं मिलने से अशोक तंवर पार्टी से नाराज चल रहे थे और उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
अब जब अशोक तंवर भाजपा में शामिल हो गए हैं, तो इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि आखिर भाजपा में उन्हें कौन सी जिम्मेदारी मिलने वाली है, तो बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि अशोक तंवर बीजेपी में शामिल होने के बाद सिरसा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
हालांकि, सिरसा की मौजूदा बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल अशोक तंवर को पार्टी में शामिल करने के फैसले का विरोध कर चुकी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि सुनीता दुग्गल ने पार्टी इंचार्ज बिप्लब देब से मिलकर अशोक तंवर को पार्टी में शामिल करने के फैसले का विरोध किया है.