हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी वैसे तो जीत की पुरजोर तैयारी में है, लेकिन इससे पहले पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के बयान से टेंशन की स्थिति खड़ी हो सकती है. दरअसल, अनिल विज ने कहा है कि अगर आगामी चुनाव में बीजेपी जीत कर आती है, तो वह मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी रखने वाले हैं.
अनिल विज हरियाणा की अंबाला कैंट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस परीमल परी से है. इसके अलावा, जेजेपी ने अवतार करधान, इनेलो ने करतार सिंह और आप ने राज कौर गिल को अंबाला कैंट से टिकट दिया है.
लोकसभा चुनाव से पहले जब हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन कर मनोहर लाल की जगह नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया गया था तब अनिल विज राज्य की कैबिनेट से बाहर हो गए थे. वह मनोहर लाल सरकार में गृह मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी.
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक अनिल विज ने कहा, ”मैं हरियाणा का सबसे वरिष्ठ विधायक हूं. छह बार चुनकर आया हूं. सातवीं बार चुनाव लड़ने जा रहा हूं. मैंने आजतक पार्टी से कभी कुछ नहीं मांगा लेकिन इस बार मेरे पास सारे हरियाणा की जनता का और अंबाला छावनी की जनता का बहुत दबाव पड़ रहा है.”
पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, ”इसलिए इस बार मैं अपनी वरिष्ठता के दम पर मुख्यमंत्री पद का पार्टी के आगे दावा करूंगा.वह बनाते हैं या नहीं बनाते, ये उनका अधिकार क्षेत्र है लेकिन यदि मुझे बना दिया तो मैं हरियाणा की तकदीर बदल दूंगा और मैं हरियाणा की तस्वीर बदल दूंगा.”
71 वर्षीय अनिल विज के राजनीतिक करियर पर थोड़ा ध्यान दें तो इसकी शुरुआत उन्होंने एबीवीपी से की थी. 1990 में जब सुषमा स्वराज राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं तब अंबाला छावनी विधानसभा सीट खाली हो गई थी. इस सीट पर उपचुनाव में अनिल विज निर्वाचित हुए थे. 2005 में अनिल विज विधायकी का चुनाव हार गए थे. हालांकि 2009 में फिर निर्वाचित हुए थे.
उसके बाद से लगातार वह विधायक निर्वाचित हो रहे हैं. 2014 में पहली बार उन्हें हरियाणा सरकार में शामिल किया गया और कैबिनेट मंत्री बनाया गया. वह गृह विभाग, आयुष, स्वास्थ्य सेवा, मेडिकल एजुकेशन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, खेल एवं युवा मामलों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं.