लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की घोषणा कर दी है. इसको लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है. ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा. ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी. अखिलेश यादव के इस ऐलान के साथ ही अब उत्तर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं.
लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में हो रहे बड़े उलटफेर के बीच उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर सामने आई है. लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में हुए गठबंधन के बाद उत्तर प्रदेश सूबे में राजनीति हलचल तेज हो गई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस ऐलान के बाद अब सबकी नजरें गठबंधन में शामिल दूसरे दलों पर टिक गई है.
दो दिन पहले ही सपा की ओर से लोकसभा चुनाव में उतारे जाने वाले कई प्रत्याशियों के नामों को लेकर भी जबर्दस्त चर्चा रही थी. पार्टी सूत्र बताते हैं कि कई सीटों के लिए नाम फाइनल किए जा चुके हैं. बहरहाल सपा और कांग्रेस के बीच किन-किन सीटों को लेकर गठबंधन हुआ है उसका अभी खुलासा नहीं पाया है.
अखिलेश के 11 सीटों के ऐलान पर अभी यूपी कांग्रेस असमंजस में है. सीटों के बंटवारे पर यूपी कांग्रेस के नेताओं ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से लेकर प्रवक्ताओं तक अभी सीट बंटवारे पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. वे इसकी पुष्टि के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व से संपर्क साधने में जुटे हैं. कई कांग्रेस नेता अखिलेश यादव की ओर से घोषित सीटों की संख्या पर हतप्रभ है. यूपी कांग्रेस का दावा है कि अभी और सीटों पर बात होनी है.
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के खिलाफ मोर्चाबंदी करने वाले दलों में अभी कई तरह के मतभेद उभर रहे हैं. इंडिया गठबंधन में कभी किसी तो कभी किसी की नाराजगी की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. इस बीच बिहार में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम से विपक्षी दलों को तगड़ा झटका लगा है. फिलहाल सियासत की कौनसी चाल कब और कहां चली जाएगी इसको लेकर कोई भी बहुत ज्यादा कहने की स्थिति में नहीं है. क्योंकि हालात पल-पल बदल रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस और सपा के गठबंधन के ऐलान से शुरुआत भर हुई है.