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सर्वसम्मति से चुने गए: सपा अधिवेशन में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लगातार तीसरी बार अध्यक्ष चुना गया

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार से सपा का दो दिवसीय 11वां राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है. ‌ पहले दिन प्रांतीय अधिवेशन हुआ. आज राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है. ‌ इस सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लगातार तीसरी बार सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है.

सपा सम्मेलन के लिए तमाम पार्टी के बड़े नेता, जया बच्चन और डिंपल यादव भी मौजूद हैं. अध्यक्ष चुने जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा सबसे पहले आपका आभार प्रकट करना चाहता हूं. आपने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसका मैं आभारी हूं.

ये अध्यक्ष पद बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. ये जिम्मेदारी तब मिली है जब देश के लोकतंत्र और संविधान को खतरा है. लखनऊ और दिल्ली की सरकारों ने सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है.

अखिलेश ने कहा अब तो रिजल्ट बदला नहीं जा सकता, रिजल्ट दिखाई दे रहा यही सामने, हमने और आपने अगर ये मुकाबला किया होता और अपने पक्के बूथों पर 2 या 3 प्रतिशत भी वोट बढ़ा दिया होता तो सपा की सरकार यूपी में होती.

अपना बूथ सबसे मजबूत बनाना होगा, एक भी वोट बंटना नहीं चाहिए. बता दें कि अखिलेश यादव को एक जनवरी 2017 को पहली बार पार्टी संस्‍थापक मुलायम सिंह यादव के स्‍थान पर दल का राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बनाया गया था.

उसके बाद अक्‍टूबर 2017 में आगरा में हुए राष्‍ट्रीय अधिवेशन में उन्‍हें एक बार फिर सर्वसम्‍मति से पार्टी का अध्‍यक्ष चुना गया था. उस वक्‍त पार्टी के संविधान में बदलाव कर अध्‍यक्ष के कार्यकाल को तीन साल से बढ़ाकर पांच वर्ष कर दिया गया था.

अक्‍टूबर 1992 में गठित सपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष पद पर अब तक यादव परिवार का ही कब्‍जा रहा है. अखिलेश से पहले मुलायम सिंह यादव ही पार्टी के अध्‍यक्ष रहे हैं‌.

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