हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कमर कसना शुरू कर दी है. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान आप ने ऐलान किया कि वह हरियाणा एसेंबली इलेक्शन अपने दम पर लड़ेगी. यानी आप यहां पर किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी.
इसके साथ ही इंडिया ब्लॉक के दल इस चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ लड़ते नजर आएंगे. गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता और पंजाब सीएम भगवंत मान ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी इस चुनाव में अकेले ही लड़ेगी.
उन्होंने कहा कि गुजरात में हमें 14 फीसदी वोट मिलने से अब हम राष्ट्रीय पार्टी हैं. दो राज्यों में हमारे दल की सरकार है. अब हरियाणा में भी हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे.
मान ने कहा कि हरियाणा जनता अब बदलाव चाहती है. यहां पर इनेलो से लेकर कई स्थानीय दलों को मौका मिला है लेकिन अब जनता चाहती है कि उनके बीच का ही कोई व्यक्ति शासन करे और उनके लिए शासन करे. मान ने ये भी कहा कि केजरीवाल खुद हरियाणा से हैं और अब यहां के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जिस तरह केजरीवाल ने दिल्ली की सूरत बदली है उसी तरह वह हरियाणा में भी सकारात्मक बदलाव लाएंगे.
भगवंत माने ने प्रेस वार्ता में कहा कि हरियाणा की संस्कृति में दिल्ली और पंजाब का टच है. यही वहज है कि आम आदमी पार्ट की सरकार बनने से हरियाणावासियों को दिल्ली और पंजाब का भी फायदा मिलेगा. पंजाब के लोगों का हरियाणा में परिवारिक रिश्ता है. पंजाब का मुख्यमंत्री होने की वजह से ये मेरी जिम्मेदारी है कि चुनाव के दौरान प्रचार करूं और हरियाणा के लोगों के जो हो सकते वह मदद भी करूं. बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे.
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में इंडियन नेशनल लोकदल और बहुजन समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन हो चुका है. ये दोनों ही दल इस चुनाव में मिलकर मैदान में होंगे. जबकि कांग्रेस और बीजेपी ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले हैं. माना जा रहा है कि यह भी अलग-अलग ही मैदान में होंगे.