चुनाव के बाद हारने वाले दल अक्सर वोटिंग मशीनों पर सवाल उठाने लगते हैं और यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी गया लेकिन हुआ कुछ नहीं. अब राजनीतिक दल अपने स्तर पर इसका तोड़ निकाल रहे हैं. दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के समन्वयक अरविंद केजरीवाल ने इससे निपटने का अलग ही तरीका निकाला है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मैं जहां भी जा रहा हूं, लोग एक ही बात कहते हैं कि वोट तो आपको देते हैं लेकिन वह पता नहीं कहां जा रहा है. लोग कहते हैं कि इन लोगों ने मशीनों में बड़ी गड़बड़ी कर रखी है. मुझे सूत्रों से पता चला है कि मशीनों में 10 फीसद की गड़बड़ कर सकते हैं. आप कितने वोट देना कि एक-एक वोट झाड़ू के लिए निकलना चाहिए. इतना वोट डालने पर इनकी मशीनों के ऊपर हम लोग जीत जाएंगे.
केजरीवाल ने इसे रोकने की बात करते हुए कहा, “एहतियात के तौर पर हमने एक वेबसाइट बनाई है. महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव से हमें सीख मिली है. 5 तारीख को रात को हर पोलिंग बूथ की छह जानकारी हम इस वेबसाइट पर डाल देंगे ताकि इस मशीनों पर छेड़छाड़ न की जा सके.पोलिंग बूथ का नाम या नंबर क्या है? उस पोलिंग बूथ का प्रेसिडिंग ऑफीसर कौन है।? कंट्रोल यूनिट का आईडी क्या है? उस बूथ पर रात तक कितने वोट पड़े.
इससे यह पता चल जाएगा कि अगर 800 वोट पड़े तो गिनती 800 वोटों की ही होगी. कई जगह यह आरोप लगता है कि वोट 600 पड़े लेकिन गिनती हुई 800 वोटों की हुई.जो मशीन शाम तक काम कर रही थी, लास्ट तक उसमें कितनी बैटरी रह गई? कितनी परसेंटेज बैटरी रह गई, यह पता चल जाएगा. पार्टी पोलिंग एजेंट का नाम क्या है?”