जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस को लगातार झटके मिल रहे हैं. कांग्रेस के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद जम्मू-कश्मीर कांग्रेस में बड़ी हलचल देखी जा रही है। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार 26 अगस्त को कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.
आजाद के इस्तीफे जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने वाले नेताओं की झड़ी लग गई. गुलाब नबी आजाद के समर्थन में जम्मू-कश्मीर के 5 नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा पार्टी को थमायाय है. कांग्रेस के सीनिर नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे आरएस चिब ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है.
जिन 5 पूर्व विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, इनमें जी. एम. सरूरी, हाजी अब्दुल राशिद, मोहम्मद अमीन भट, गुलज़ार अहमद वानी और चौधरी मोहम्मद अकरम शामिल हैं. ये सभी 2014 यानी अंतिम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत कर विधायक बने थे. अपना इस्तीफा देने के बाद जम्मू-कश्मीर कांग्रेस नेता जीएम सरूरी ने कहा, हम 5 पूर्व विधायक गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं. अब केवल जेकेपीसी अध्यक्ष ही अकेले रहेंगे.
वहीं, पूर्व मंत्री आरएस चिब ने पार्टी नेतृत्व में निराशा का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “अपने राज्य की बेहतरी को ध्यान में रखते हुए मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी गुलाम नबी आजाद जैसे नेता की अनुपस्थिति में योगदान देने में विफल रही है जो राज्य के लोगों को बेहतरी के लिए मार्गदर्शन कर सके, इसलिए मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं.”