हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली. राज्य में भाजपा और उसके गठबंधन महायुति ने शानदार जीत हासिल की. इसे लेकर लगातार कांग्रेस चुनाव आयोग के कामकाज पर सवाल खड़े कर रही है. आयोग ने मंगलवार को कांग्रेस के सवालों का जवाब दिया है. ईसीआई के अनुसार, महाराष्ट्र की हर विधानसभा सीट को लेकर वोटरों से जुड़े दस्तावेज जो पार्टी की ओर से मांगे गए, वह वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया है. डेटा और फॉर्म 20 महाराष्ट्र इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर उपलब्ध हैग. इसे डाउनलोड किया जा सकता है.
महाराष्ट्र चुनाव की मतदाता सूची को लेकर उठाए सवाल पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने पूरे विस्तार से जवाब दिया है. आयोग का कहना है कि कांग्रेस की ओर से दी गई शिकायत ये कहा गया था कि महाराष्ट्र में हुए लोकसभा-विधानसभा चुनाव के बीच 80 हजार 391 वोटरो के नाम लिस्ट से हटा दिए हैं. इसका अर्थ है कि औसतन 2,779 मतदाता एक विधानसभा से कम हुए हैं.
इस दौरान चुनाव आयोग ने पूरी प्रक्रिया का पालन किया. नोटिस जारी करने के साथ ग्राउंड सर्वे में तय किया गया कि या तो उन मामलों में वोटरों की मौत हो गई या उनका पता बदल गया या अब उस पते पर कोई नहीं है. ऐसे वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं.
कांग्रेस को दिए जवाब में चुनाव आयोग ने बताया कि पूरी चुनावी प्रक्रिया के वक्त राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों की पूरी सक्रियता से भागीदारी रही है. इसके 60 उदाहरण दिए गए. चुनाव आयोग के अनुसार, राजनीतिक दलों/उम्मीदवारों की भागीदारी भारतीय चुनावी प्रक्रिया का खास स्तंभ है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़ी शिकायतों को लेकर बीते दिनों कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आयोग से मिला. इस वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग से कई आंकड़ों की डिमांड की थी.