हर साल 21 नवंबर को दुनियाभर में ‘वर्ल्ड टेलीविजन डे’ मनाया जाता है. टेलीविजन के अविष्कार ने दुनियाभर में क्रांति ला दी है, ये एक ऐसा शक्तिशाली जनसंचार का माध्यम है जिससे मनोरंजन, शिक्षा, दूर दराज की खबरें और राजनीति से जुड़ी गतिविधियों के बारे में सूचनाएं हासिल होती है.
विश्व टेलीविजन दिवस की शुरूआत कब हुई?
पहला विश्व टेलीविजन मंच 21 नवंबर 1996 में शुरू हुआ, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व टेलीविजन दिवस का नाम दिया. आज के दिन हर देश में अलग-अलग जगह टेलीविजन पर आने वाले शो और उनकी भूमिका के बारे में लोगों में बैठकें की जाती हैं.
टीवी का अविष्कार किसने किया
जॉन लॉगी बेयर्ड ने टीवी का अविष्कार किया था. जॉन लॉगी बेयर्ड और उनके सहायक विलियम टायटन वो पहले इनसान है जो सबसे पहले टीवी पर प्रसारित हुए थे.
इस दिन हुई थी दिल्ली में दूरदर्शन केंद्र की स्थापना
देश में सर्वप्रथम टेलीविजन का प्रयोग 15 सितंबर 1959 को दिल्ली में दूरदर्शन केंद्र की स्थापना के साथ हुआ था, परंतु आमजन में इसका प्रसार 80 के दशक से माना जाता है. बदलती तकनीक व नए-नए अविष्कारों के चलते टेलीविजन में व्यापक परिवर्तन होते रहे. 1982 में पहली बार राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल की शुरुआत हुई. इसी साल देश में पहला कलर टीवी भी आया.
इस दिन आया मेट्रो चैनल
26 जनवरी 1993 को दूरदर्शन ने विस्तार करते हुए अपना दूसरा चैनल, “मेट्रो चैनल” के नाम से शुरू कर दिया बाद में पहला चैनल डीडी 1 और दूसरा डीडी 2 के नाम से लोकप्रिय हो गए. आज 30 से ऊपर राष्ट्रीय व क्षेत्रीय चैनल दूरदर्शन द्वारा देश भर में प्रसारित किए जा रहे हैं.
कैसे मनाते हैं विश्व टेलीविजन दिवस
विश्व टेलीविजन दिवस को बढ़ावा देने के लिए लोग कई तरह की गतिविधियों का आयोजन करते हैं. पत्रकार, लेखक और ब्लॉगर्स टेलिविजन की भूमिका पर प्रिंट मीडिया, ब्रोडकास्ट मीडिया और सोशल मीडिया पर भी अपने विचार साझा करते हैं. स्कूलों में अतिथि वक्ताओं को आमंत्रित किया जाता है जो मीडिया और संचार की भूमिका पर बोलते हैं.