बुधवार को कॉलर आइडेंटिफिकेशन ऐप ट्रूकॉलर ने एंड्रॉयड यूजर्स के लिए स्पैम एक्टिविटी इंडिकेटर (Spam Activity Indicator) फीचर्स को शामिल किया है जो कि स्मार्टफोन पर स्पैमर की विस्तृत जानकारी देगा. जबकि आधिकारिक वेबसाइट पर फ्री नंबर सर्च और स्पैमर आंकड़े भी उपलब्ध हैं. ट्रूकॉलर को अपने लेटेस्ट अपडेट में स्पैम रिपोर्ट, कॉल एक्टिविटी और पीक कॉलिंग आवर्स नाम के तीन नए फीचर्स मिले हैं. स्पैम एक्टिविटी इंडिकेटर के जरिए ट्रूकॉलर स्पैमर को लेकर यूज़र्स को अधिक जानकारी प्रदान कर उन्हें पहले से अधिक सचेत और सुरक्षित बनाने में मदद करेगा.
ट्रूकॉलर के अधिकारी ऋषित झुनझुनवाला ने एक बयान में कहा, “भारत सबसे तेजी से बढ़ते मोबाइल फोन बाजारों में से एक है. ट्रूकॉलर हमेशा स्पैमर को लेकर यूज़र्स को कॉल और मैसेज की जानकारी देता है.
इस तरह काम करते हैं तीनों ऐप-
अपडेट के साथ, ऐप तीन नए फीचर्स – स्पैम रिपोर्ट, कॉल एक्टिविटी और पीक कॉलिंग आवर्स दिखाता है. स्पैम रिपोर्ट से पता चलता है कि ट्रूकॉलर पर उस नंबर को कितनी बार स्पैम के रूप में रिपोर्ट किया गया है. यदि यह संख्या बढ़ती या घटती रहती है, तो स्पैम रिपोर्ट सेक्शन में एक प्रतिशत भी दिखाई देता है. कॉल एक्टिविटी से हाल ही में कॉलर ने कितने कॉल किए हैं, जिससे यूज़र्स को कॉल करने वाले पर भरोसा करने या न करने का फैसला लेने में मदद मिलती है. पीक कॉलिंग आवर्स फीचर, जैसा कि नाम से पता चलता है कि स्पैम कॉलर सबसे अधिक सक्रिय किस समय रहता है.
ट्रूकॉलर ऐप के दुनिया भर में 240 मिलियन से अधिक मंथली एक्टिव यूजर (MAU) हैं, भारत में 150 मिलियन से अधिक मंथली एक्टिव यूजर हैं. ट्रूकॉलर का कहना है ये आंकड़े फिलहाल स्पैमर की प्रोफाइल पिक्चर पर टैप करने के बाद दिखाई देंगे. हालांकि भविष्य के अपडेट के बाद इन आंकड़ों को कॉलर आईडी में भी दिखाया जाएगा, ताकि यूज़र्स कॉलर को लेकर अपना निर्णय तुरंत ले सकें.