वाशिंगटन। यूट्यूब ने भारतीय मूल के नील मोहन को नया सीईओ बनाने की घोषणा की है। नील मोहन को यूट्यूब में प्रमोट कर यह पद दिया गया है. इससे पहले नील मोहन यूट्यूब के सीपीओ थे.
नील मोहन साल 2008 से गूगल के साथ काम कर रहे हैं. वर्ष 2013 में गुगल ने उनको ट्विटर नहीं जाने देने के लिए 544 करोड़ रुपए का बोनस भी दिया था. नील मोहन के ट्विटर में जाने का पता चलने पर गूगल ने उन्हें रोकने के लिए बोनस का ऐलान कर तीन साल के लिए कंपनी में रोक लिया था. गूगल द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद नील मोहन काफी चर्चित हो गए थे.
सीईओ नील मोहन अपनी पत्नी हेमा सरीम के साथ सैन फ्रांसिस्को में रहते हैं. बता दें कि नील मोहन ने अपने करियर की शुरुआत ग्लोरफाइड टेक्निकल सपोर्ट से की थी. उस वक्त उनकी सालाना इनकम 60,000 डॉलर थी. ग्लोरफाइड टेक्निकल सपोर्ट के बाद उन्होंने डबल क्लिक को ज्वाइन किया था, जिसे 2008 में गूगल ने खरीद लिया था. इसके बाद से ही नील मोहन गूगल कंपनी का हिस्सा बन गए थे.
भारतीय मूल के नील मोहन मिशिगन और फ्लोरिडा में पले बढ़े हैं. उन्होंने सन 1996 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद साल 2005 में उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ही एमबीए किया था.