हंसते-हंसते कट जाए रस्ते जिंदगी यूं ही चलती रहे, खुशी मिले या गम बदलेंगे ना हम, दुनिया चाहे बदलती रहे, जीना है तो हंस के जियो जीवन में एक पल भी रोना ना, हंसना ही तो है जिंदगी, रो-रो के जीवन खोना ना. हेलो दोस्तों, आज हमारी चर्चा का विषय हंसना, (मुस्कुराना) है.
आज का विषय उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो जिंदगी ‘मुस्कुराते’ हुए जीते हैं और विशेष परिस्थितियों में भी अपने चेहरे पर ‘शिकन’ नहीं आने देते. आप लोग सोचेंगे ये हंसने-मुस्कुराने के बाद क्यों की जा रही है, चलिए हम ही बता देते हैं. आज अक्टूबर का पहला शुक्रवार है. इस दिन दुनिया में ‘वर्ल्ड स्माइल डे’ (अंतरराष्ट्रीय मुस्कान दिवस) मनाया जाता है .
इस दिवस हम भी अपने चेहरे पर मुस्कुराहट ला दे, ‘क्योंकि आपकी हंसी किसी की खुशी का कारण बन सकती है’ और आपको भी तरोताजा (फ्रेश) रखती है। बता दें कि विश्व मुस्कान दिवस मनाने के पीछे एकमात्र मकसद खुशी फैलाना है और लोगों को मुस्कुराने में मदद करने के बारे में बताना (जागरूक) करना है. ‘हंसना तनाव को कम करने का सबसे अच्छा माध्यम है. इसलिए कहा जाता है कि जितना खुश रहोगे तनाव उतना ही कम होने लगेगा. स्माइल चेहरे वाले व्यक्तियों पर अगर तनाव के बादल छा भी जाते हैं तो वह इस स्थिति में भी मजबूती से खड़े रहते हैं और उनके चेहरे पर हमेशा एक मुस्कान रहती है.
क्योंकि वह जानते हैं कि हर मुश्किल का हल मुस्कुराने से कम हो सकता है. ‘ह्रदय की बीमारियों से ग्रस्त लोगों को भी डॉक्टर खुश रहने की सलाह देते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि व्यक्ति अगर दिल से खुश रहेगा तो वह दिल संबधित बीमारियों से बच सकता है’. हम जितना मुस्कुराएंगे और खुश रहेंगे उतना ही हमारा दिल भी स्वस्थ रहेगा. इसलिए कहा भी जाता है खुश रहना सबसे अच्छी और सस्ती दवा हंसी है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार