केरल के कोल्लम जिले में नशे के आदी एक व्यक्ति द्वारा युवा महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में चिकित्सकों की हड़ताल दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी है। बता दे कि हड़ताल कर रहे डॉक्टरों ने राज्य सरकार से अस्पतालों की सुरक्षा के लिए तत्काल प्रभाव से नया कानून लाए जाने की मांग की।
हालांकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) सहित विभिन्न संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन का आह्वान किए जाने के बाद अधिकांश चिकित्सक पिछले 24 घंटे से राज्य के अस्पतालों में काम पर नहीं आए।इसके अलावा, ‘केरल गवर्नमेंट मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन’ (केजीएमओ) ने भी आज हड़ताल की घोषणा की है।
इसी के साथ इन संगठनों ने कहा कि ‘इंटेंसिव केयर यूनिट’ (आईसीयू) और गंभीर मरीजों को आंदोलन से छूट दी गई है, लेकिन राज्य के अस्पतालों में बाह्य रोगी (ओपीडी) सेवाएं इससे प्रभावित होंगी। प्रदर्शन कर रहे संगठनों की मांग है कि सरकार ड्यूटी के दौरान चिकित्सकों पर बढ़ते हमलों के मद्देनजर अस्पतालों को ‘विशेष सुरक्षा क्षेत्र’ घोषित करें।
बताया जा रहा है कि इस बीच राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जार्ज और विपक्ष के नेता वीडी सतीशन सहित कई मंत्रियों, विधायकों और सैकड़ों लोगों ने मृतक डॉक्टर वंदना दास को कोट्टायम के मुत्तुचिरा स्थित उनके आवास पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बता दें कि केरल के कोल्लम जिले के एक अस्पताल में इलाज के लिए लाए गए एक व्यक्ति ने बुधवार को उसके घाव की मरहम-पट्टी कर रही 23 वर्षीय एक महिला डॉक्टर पर कैंची और सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले ब्लेड से हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। आरोपी व्यक्ति को परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट में घायल होने के बाद पुलिस अस्पताल ले कर आई थी। आरोपी को अस्पताल लेकर आए पुलिस कर्मी भी हमले में घायल हो गए थे।
युवा डॉक्टर की हत्या पर निराश, केरल हाईकोर्नेट कहा कि यह घटना पुलिस और सरकार की विफलता का परिणाम है। अदालत ने राज्य के पुलिस प्रमुख से घटना के संबंध में एक रिपोर्ट मांगी थी और इस मामले को लेकर उन्हें गुरुवार सुबह वर्चुअल तरीके से उपस्थित होने के लिए भी कहा था।