उत्तराखंड की अनूठी संस्कृति का परिचय सुजाता डबराल नौडियाल ने अपनी कलम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कविताओं को गढ़वाली में रूपांतरित करके दिया। उनके इस कार्य से न केवल गढ़वाली भाषा को गौरव मिला, बल्कि साथ ही प्रधानमंत्री की रचनाओं को भी उत्तराखंड की जनता के बीच पहुंचाने का माध्यम मिला।
इस अद्वितीय प्रयास की सराहना करते हुए, प्रदेश पार्टी के चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम ने उनकी इस पुस्तक का विमोचन किया, जिससे गढ़वाली साहित्य की धारा में नई ऊर्जा और उत्साह मिलेगा। प्रबुद्ध जन सम्मेलन के दौरान, चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम ने गढ़वाली भाषा में अनुवाद के प्रयोग की सराहना की, जिससे कार्यक्रम में एक अद्वितीय रंग आया।
सुजाता ने समाचार साझा किया कि उनके पति अरविंद नौडियाल जो ओएनजीसी में वरिष्ठ अधिकारी पद पर हैं, उनके यात्रा के दौरान गुजरात और मुंबई में मोदीजी की कविताओं का हिंदी और अन्य भाषाओं में अनुवाद करने वालों से मिले। तब उनके मन में इन कविताओं का गढ़वाली में अनुवाद करने का विचार आया। अब तक कुमाऊंनी, नेपाली, मराठी, पंजाबी सहित भारत की लगभग 25 भाषाओं में इस पुस्तक का अनुवाद हो चुका है।