ताजा हलचल

मणिपुर की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय में हाई लेवल मीटिंग, गृह मंत्री शाह के साथ सेना प्रमुख, डीजीपी समेत कई अधिकारी शामिल

0

केंद्र की मोदी सरकार तीसरी बार बहुमत में आने के बाद देश के कई राज्यों की सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क नजर आ रही है. इनमें हिंसा और आतंकवाद से ग्रस्त राज्य शामिल हैं. कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग की. जिसमें घाटी की सुरक्षा की समीक्षा की गई.

इसके बाद आज यानी सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री ने पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर की सुरक्षा को लेकर बैठक की. जानकारी के मुताबिक, गृह मंत्रालय में हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री शाह के साथ मणिपुर के डीजीपी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे. हालांकि, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह इस बैठक में शामिल नहीं हुए.

बता दें कि राजधानी दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय में हुई इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की. बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, इंटेलिजेंस ब्यूरो प्रमुख तपन डेका, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख (नामित) लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, जीओसी थ्री कोर एचएस साही, मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह, मणिपुर के मुख्य सचिव विनीत जोशी, मणिपुर के डीजीपी राजीव सिंह और असम राइफल्स के डीजी प्रदीप चंद्रन नायर शामिल हुए.

बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार हिंसा प्रभावित राज्यों में सुरक्षा स्थिति को लेकर काफी सख्त है. इसमें मणिपुर का नाम भी शामिल है. क्योंकि पूर्वोत्तर के इस राज्य में पिछले साल मैतई और कुकी समुदाय के बीच हिंसा शुरू हुई थी. जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग बेघर हो गए थे. अब मोदी सरकार इसे लेकर किसी भी तरह का जोखिम लेना नहीं चाहती, इसलिए समय रहते राज्य की सुरक्षा को सख्त करने की कोशिश की जा रही है. गौरतलब है कि हिंसा ग्रस्त मणिपुर पिछले 10 दिनों से कई बार हिंसक घटनाओं का गवाह बना है.

बता दें कि 10 जून को ही कांगपोकपी जिले में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया था. जिसमें एक जवान के घायल हो गया था. सीएम एन बीरेन सिंह पर ये हमला उस वक्त हुआ था जब वे अपने काफिला के साथ हिंसा प्रभावित जिरीबाम इलाके की ओर जा रहे थे. हालांकि सीएम के काफिले पर हमले के बाद मणिपुर पुलिस ने कार्रवाई की और इंफाल-जिरीबाम सड़क के किनारे स्थित सिनाम गांव में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के कब्जे वाले चार बंकरों को ध्वस्त कर दिया था.

Exit mobile version