दिल्ली सरकार ने मोहल्ला बस सेवा का ट्रायल रन सोमवार को दो विशेष रूटों पर आरंभ किया। इस पहल की जानकारी देते हुए दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि यह सेवा स्थानीय निवासियों की परिवहन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शुरू की गई है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गई कि नई योजना के तहत 2,080 बसें चलाने की योजना है। इनमें से 1,040 बसों का संचालन दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन द्वारा किया जाएगा, जबकि शेष बसों का संचालन दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम करेगा।
गहलोत ने बताया कि ट्रायल रन वर्तमान में दो रूटों पर चल रहा है—मजलिस पार्क से प्रधान एन्क्लेव और अक्षरधाम से मयूर विहार फेज III। यह ट्रायल एक सप्ताह तक जारी रहेगा, और फीडबैक के आधार पर दो से तीन हफ्तों में योजना को लागू करने की तैयारी की जाएगी। गहलोत का कहना है कि इस बस सेवा का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में अंतिम छोर तक परिवहन की समस्या का समाधान करना है।
कैसी है ये बसे
23 यात्रियों की क्षमता वाली ये बसें पहले और आखिरी मील की कनेक्टिविटी के लिए एक अहम विकल्प बनेंगी। इन बसों में 25 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए गुलाबी रंग में आरक्षित की गई हैं, जिससे उन्हें ‘पिंक पास’ के माध्यम से मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलेगी।
सरकार का लक्ष्य 2025 के अंत तक दिल्ली में 10,480 बसों का बेड़ा स्थापित करना है, जिसमें से 80 प्रतिशत इलेक्ट्रिक होंगी, जो शहर के परिवहन नेटवर्क को और सशक्त बनाएंगी।