29 मार्च 2025 को पहला सूर्य ग्रहण होगा, जो आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में देखा जाएगा। यह खगोलीय घटना भारत में दिखाई नहीं देगी, लेकिन विश्व के कई हिस्सों में इसे देखा जा सकेगा।
समय और अवधि:
प्रारंभ: 29 मार्च को भारतीय समयानुसार दोपहर 2:20:43 बजे।
मूल्यांकन (पीक): शाम 4:17:27 बजे।
समाप्ति: शाम 4:13:45 बजे।
कुल अवधि: लगभग चार घंटे।
दृश्यता:
यह आंशिक सूर्य ग्रहण यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्रों में देखा जा सकेगा। विशेष रूप से उत्तरी अमेरिका में, यह सूर्यास्त के समय दिखाई देगा, जिससे ‘डबल सनराइज’ जैसा दृश्य उत्पन्न होगा। भारत में यह घटना दिखाई नहीं देगी, इसलिए यहां सूतक काल लागू नहीं होगा।
दृश्य अवलोकन सुझाव:
सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को बिना उचित सुरक्षा के देखना आंखों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है। अवलोकन के लिए मान्यता प्राप्त सूर्य अवलोकन चश्मे या हैंडहेल्ड सोलर व्यूअर का उपयोग करें। साधारण धूप के चश्मे इस उद्देश्य के लिए पर्याप्त नहीं हैं।
खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए:
यह आंशिक सूर्य ग्रहण खगोल प्रेमियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र होगा। जो लोग इसे प्रत्यक्ष रूप से नहीं देख सकते, वे NASA, SLOOH वेधशाला और संभवतः ISRO जैसे संस्थानों द्वारा आयोजित लाइव स्ट्रीमिंग का आनंद ले सकते हैं।