एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी के दिल्ली आवास पर हमला हुआ है. एआईएमआईएम चीफ के सांसद बंगले पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने काली स्याही पोती है. गुरुवार को इस घटना की जानकारी देते हुए उन्होंने एक एक्स पोस्ट किया है. पोस्ट में उन्होंने बताया कि, उनके आवास पर कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने काली स्याही पोती. उन्होंने कहा कि, अब उन्हें याह नहीं कि उनके दिल्ली आवास को कितनी बार इस तरह निशाना बनाया गया है. ओवैसी ने कहा कि, दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने असहायता व्यक्त की है…
गौरतलब है कि, ओवैसी ने एक्स पोस्ट में लिखा कि, “कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने आज मेरे घर में काली स्याही फेंकी. मैं अब यह गिनती भूल गया हूं कि मेरे दिल्ली आवास को कितनी बार निशाना बनाया गया है. जब मैंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उनकी नाक के नीचे यह कैसे हो रहा है, तो उन्होंने असहायता व्यक्त की है”
इसके साथ ही ओवैसी ने गृह मंत्री अमित शाह से सवाल करते हुए कहा कि, ये आपकी निगरानी में हो रहा है.. स्पीकर ओम बिरला बताएं कि, सांसदों की सुरक्षा की गारंटी होगी या नहीं. साथ ही ओवैसी ने इस घटना को कायरतापूर्ण व्यवहार करार दिया. उन्होंने कहा कि, उपद्रवी उन्हें इससे डरा नहीं पाएंगे. उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि, उन्हें इससे डर नहीं लगता. उन्होंने ऐसा कृत्य करने वालों को उनका सामना करने को कहा है.
बता दें कि, ये कोई पहली बार नहीं है, जब ओवैसी के घर को इस तरह से निशाना बनाया गया हो.. इससे पहले पिछले साल अगस्त में, मध्य दिल्ली के हाई सिक्योरिटी क्षेत्र अशोक रोड में ओवैसी के आवास के एक दरवाजे पर लगे दो ग्लास पैनल टूटे हुए पाए गए थे.
इससे पहले फरवरी में एंट्री गेट पर उपद्रवियों ने पथराव कर उनकी नेमप्लेट को तोड़ दिया था. उस समय एक ट्वीट में, ओवैसी ने दावा किया था कि, 2014 के बाद से उनके आवास पर यह चौथा हमला था.
न सिर्फ इतना, बल्कि साल 2022 में, उत्तर प्रदेश में मेरठ से दिल्ली जा रहे ओवैसी के काफिले पर हमला हुआ था. उस वक्त ओवैसी ने बताया था कि, उनकी गाड़ी पर चार राउंड गोलियां चलाई गई थीं. वहीं पुलिस ने मामले के सिलसिले में दो युवकों – सचिन (25) और शुभम (28) को गिरफ्तार किया था.
मालूम हो कि, इस सप्ताह की शुरुआत में ओवैसी ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. सांसद के रूप में शपथ लेने के बाद, ओवैसी ने फिलिस्तीन के युद्धग्रस्त क्षेत्र के साथ एकजुटता व्यक्त की, जिसकी देशभर में खूब आलोचना हो रही है.