नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं. मोदी 3.0 कैबिनेट का खाका लगभग तैयार हो चुका है. दरअसल जिन मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिल रही है उन्हें सुबह ही मोदी ने अपने घर चाय पर चर्चा के लिए बुलाया था. इस दौरान सभी नेताओं या यूं कहें कैबिनेट मंत्रियों को आगमी 100 दिन के एजेंडे पर काम करने के लिए भी कहा गया. ऐसे में सवाल उठता है कि मोदी 3.0 के नामों पर गौर किया जाए तो इसमें मोदी 2.0 के कई नाम शामिल नहीं हैं. कौन हैं वह नेता किन के नाम इस बार की कैबिनेट के कटे हैं आइए जानते हैं.
मोदी 3.0 में इन मंत्रियों के कटे नाम
मोदी 2.0 में कई दिग्गज नेताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई थीं. लेकिन इस बार बीजेपी एक तो पूर्ण बहुमत के साथ सरकार नहीं बना पा रही है और कई मंत्री ऐसे भी हैं जो चुनाव हार चुके हैं. ऐसे में मोदी 3.0 में ऐसे कई मंत्रियों को नाम शामिल हैं जो बीते कार्यकाल के दौरान बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
इन नामों पर नहीं बनी बात
मोदी 3.0 में जिन नामों पर बात नहीं बन पाई है या इन नामों को शामिल नहीं किया गया है उनमें पहला नाम अनुराग ठाकुर का बताया जा रहा है. अनुराग ठाकुर मोदी 2.0 में आईएनबी मिनिस्टर थे. जबकि दूसरा नाम स्मृति ईरानी का है. इसके अलावा अजय भट्ट, मीनाक्षी लेखी, साध्वी निरंजन ज्योति, जनरल वीके सिंह, आरके सिंह, अर्जुन मुंडा, राजीव चंद्रशेखर, अजय मिश्रा टेनी, जॉन बरनाला, भारती पंवार, अश्विनी चौबे, कपिल पाटिल, पुरुषोत्तम रूपाला, नारायण राणे, रावसाहेब दानवे प्रमुख रूप से शामिल हैं.
सूत्रों के मुताबिक, नरेंद्र मोदी की नई मंत्रिपरिषद में बीजेपी के नेता मनोहर लाल खट्टर, शिवराज सिंह चौहान, बी संजय कुमार और रवनीत सिंह बिट्टू जैसे नए चेहरों को जगह मिल सकती है. सूत्रों ने बताया कि अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, अश्विनी वैष्णव, निर्मला सीतारमण और मनसुख मांडविया जैसे वरिष्ठ नेताओं की जगह नयी सरकार में पक्की मानी जा रही है.
हफ्ते में 4 दिन मंत्रालय में काम करें, जानें मंत्रियों से क्या बोले मोदी
बता दें कि मोदी 3.0 में करीब 65 मंत्री बनाए जाने की बात सामने आ रही है. इन्हीं नेताओं को सुबह नरेंद्र मोदी ने अपने निवास पर चाय के लिए बुलाया था. चाय पर चर्चा के दौरान क्या बोले पीएम मोदी ने सभी सांसदों को आने वाले 100 दिन के एजेंडे पर काम करने की बात कही. उन्होंने गरीब लोगों और कार्यकर्ताओं पर विशेष ध्यान देना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि कम से कम 4 दिन मंत्रालय में काम करें. परिवार, रिश्तेदार को किस भी पद पर नियुक्त न करें. उन्होंने समय से पहले राष्ट्रपति भवन पहुंचने की बात भी कही.