2 जुलाई को हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र में सूरज पाल उर्फ़ भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 123 लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित एसआईटी ने इस काण्ड की जांच की और अब इसकी रिपोर्ट शासन भेजी गई है. बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट को आज सीएम योगी के सामने पेश किया जा सकता है. साथ ही कहा जा रहा है कि रिपोर्ट के परीक्षण के बाद दोषी पाए गए अफसर और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
सूत्रों के मुताबिक क्राउड मैनेजमेंट का पर्याप्त इंतजाम न होने से स्थानीय प्रशासन पर गाज गिर सकती है. एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ और कमिश्नर अलीगढ़ चैत्रा बी की एसआईटी ने डेढ़ सौ अफसर, कर्मचारी, पीड़ित परिवारों के बयान दर्ज किए हैं. बता दें कि सीएम योगी ने हादसे के 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की थी. हालांकि, एसआईटी को अपनी जांच पूरे करने में छह दिन लगे.
जानकारी के मुताबिक एसआईटी ने आयोजन की शर्तों के अनुपालन की भी जांच की है. सूत्रों के मुताबिक एसआईटी ने आयोजकों को हादसे का दोषी पाया है. साथ ही जांच रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि मौके पर क्राउड मैनेजमेंट के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे. अब ऐसे में क्राउड मैनेजमेंट के लिए जो भी स्थानीय अफसर या कर्मचारी जिम्मेदार होने उन पर गाज गिर सकती है.