महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने सांसदों की बात मान ली है. उद्धव राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मु्र्मू को समर्थन देने का फैसला किया है. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को समर्थन देने को लेकर उद्धव ने सोमवार को अपने आवास मातोश्री पर सांसदों की बैठक बुलाई थी.
बताया जा रहा है कि इस बैठक में सांसदों ने एनडीए प्रत्याशी मुर्मू को समर्थन देने का प्रस्ताव रखा जिसे उद्धव ने मान लिया. बता दें कि उद्धव का यह फैसला शिवसेना नेता संजय राउत की राय के विपरीत है. राउत विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन देने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं.
बताया जा रहा है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार आज अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करने जा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में मुर्मू को समर्थन दिए जाने को लेकर उद्धव ठाकरे के फैसले पर चर्चा हो सकती है. पवार विपक्ष के उम्मीदवार के साथ हैं.
उद्धव ठाकरे के इस फैसले पर भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि यह उनका अंदरूनी मामला है, इस पर हम टिप्पणी नहीं करेंगे. हम उनके इस फैसले का स्वागत करते हैं. उनके सभी सांसदों की मंशा मुर्मू को समर्थन देने की है.
कदम ने कहा कि विपक्ष में शामिल सभी राजनीतिक पार्टियों का मुर्मू का समर्थन करना चाहिए क्योंकि वह केवल महिला नहीं बल्कि समाज के हाशिए से आती हैं. सोमवार की बैठक में शिवसेना के 19 सांसदों में से केवल 12 सांसद इस बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे. बैठक में गजानन कीर्तिकर, अरविंद सावंत, विनायक राउत, हेमंत गोडसे, धैर्यशील माने, प्रताप जाधव, सदाशिव लोखंडे, राहुल शेवाले, श्रीरंग बार्ने, राजन विचारे, ओमराज निंबालकर, राजेंद्र गावित शामिल हुए.