अभी हाल में लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आए. जिसमें बीजेपी को बड़ा झटका दिया है. देश को सबसे ज्यादा सांसद देने वाली यूपी में बीजेपी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और यहां समाजवादी पार्टी को सबसे अधिक 37 सीटों पर जीत मिली है.
यूपी में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. इस बीच योगी आदित्यनाथ को लेकर बड़ा दावा किया गया है.
एक अंग्रेजी अख़बार से जुड़े सीनियर पत्रकार श्यामलाल यादव ने अपनी किताब एट द हार्ट ऑफ पावर चीफ मिनिस्टर ऑफ उत्तर प्रदेश किताब ”At The Heart Of Power: The Chief Ministers of Uttar Pradesh” में दावा किया है कि 2022 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाने की पूरी तैयारी थी.
श्याम लाल यादव ने अपनी किताब में लिखा है कि एक समय तो ये तय हो गया था कि योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाएगा. हालांकि, बाद में पार्टी को इस बात का आभास हो गया कि अगर यूपी में उन्हें हटाया गया तो बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ेगा.
हालांकि, इस किताब में उन्होंने योगी आदित्यनाथ को हटाने की कोशिशों के कारण तो नहीं बताए हैं, लेकिन इस बात पर गौर किया गया है कि यूपी के उस समय के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ उनके मतभेद बढ़ रहे थे.
बता दें कि बीजेपी को यूपी में महज 33 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई. इससे पहले 2014 और 2019 में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था.
इससे पहले सीएम योगी को लेकर अरविंद केजरीवाल ने एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि सीएम योगी आदित्यनाथ को बीजेपी हटाने की तैयारी में है.
यूपी में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. इस बीच योगी आदित्यनाथ को लेकर बड़ा दावा किया गया है.
एक अंग्रेजी अख़बार से जुड़े सीनियर पत्रकार श्यामलाल यादव ने अपनी किताब एट द हार्ट ऑफ पावर चीफ मिनिस्टर ऑफ उत्तर प्रदेश किताब ”At The Heart Of Power: The Chief Ministers of Uttar Pradesh” में दावा किया है कि 2022 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाने की पूरी तैयारी थी.
श्याम लाल यादव ने अपनी किताब में लिखा है कि एक समय तो ये तय हो गया था कि योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाएगा. हालांकि, बाद में पार्टी को इस बात का आभास हो गया कि अगर यूपी में उन्हें हटाया गया तो बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ेगा.
हालांकि, इस किताब में उन्होंने योगी आदित्यनाथ को हटाने की कोशिशों के कारण तो नहीं बताए हैं, लेकिन इस बात पर गौर किया गया है कि यूपी के उस समय के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ उनके मतभेद बढ़ रहे थे.
बता दें कि बीजेपी को यूपी में महज 33 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई. इससे पहले 2014 और 2019 में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था.
इससे पहले सीएम योगी को लेकर अरविंद केजरीवाल ने एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि सीएम योगी आदित्यनाथ को बीजेपी हटाने की तैयारी में है.