हाथरस भगदड़ मामले से पूरे उत्तर प्रदेश में शोक की लहर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. सीएम योगी ने हाथरस की घटना को बेहद दुखद बताया है. उन्होंने कहा कि ये हादसा है या साजिश इसकी तह तक पहुंच कर मामले की जांच करेंगे और दोषियों को नहीं बख्शेंगे. बता दें कि मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलराई गांव में भोले बाबा का सत्संग आयोजित हुआ था, जिसमें भगदड़ मच गई. इस दुखद हादसे में अबतक 121 लोगों की मौत हो चुकी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस हादसे की न्यायिक जांच का ऐलान किया है. सीएम योगी ने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीएम योगी ने बताया कि हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज के निर्देशन में एक कमेटी का गठन किया जा रहा है, जो मामले की जांच करेगी. उन्होंने कहा कि मामले की गहराई से आवश्यकता पर जोर दिया.
सीएम योगी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता बचाव पर ध्यान केंद्रित करना है. कुल 121 लोगों की जान गई है. वे यूपी, हरियाणा, एमपी और राजस्थान से थे. 121 मृतकों में से 6 अन्य राज्यों के थे. 31 घायलों का इलाज चल रहा है और लगभग सभी खतरे से बाहर हैं.
सीएम योगी ने बताया कि उन्होंने कई प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत की और उन्होंने उन्हें बताया कि यह घटना कार्यक्रम समाप्त होने के बाद हुई जब सत्संग के प्रचारक मंच से नीचे आ रहे थे, अचानक कई महिलाएं उन्हें छूने के लिए उनकी (भोले बाबा) ओर बढ़ने लगीं और जब ‘सेवादारों’ ने उन्हें रोका जिसके कारण यह दुर्घटना हुई.
सीएम योगी का कहना है कि ‘मैंने घटना स्थल का दौरा कर दुर्घटना के कारणों की प्रारंभिक व्यवस्थाएं देखीं और हमारे 3 मंत्री कल से ही वहां पर डेरा डाले हुए हैं. मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक भी कल से ही वहीं पर डेरा डाले हुए हैं. पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी पहले से ही वहां पर मौजूद हैं. इस पूरी घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करने की दिशा में आगे की कार्रवाई भी की जा रही है, जिसमें अब अलग-अलग जिलों में उनकी कार्यवाही शुरू होगी और शुरुआती जांच के बाद हम आगे की कार्रवाई को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.’