उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ चुनाव में ABVP को मुंह की खानी पड़ी है। चुनाव में आरएसएस का छात्र संगठन एबीवीपी एक सीट भी नहीं जीत पाया। कांग्रेस से जुड़े छात्र संगठन NSUI ने 8 में से 6 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसमें उपाध्यक्ष, महामंत्री समेत कई प्रतिनिधि पद शामिल हैं।
छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर सपा के विमलेश यादव ने जीत दर्ज की है। पुस्तकालय मंत्री का चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार आशीष गोस्वामी ने जीता है। एनएसयूआई के संदीप पाल ने उपाध्यक्ष और महामंत्री पद पर प्रफुल्ल पांडेय ने जीत दर्ज की है। चुनाव में संदीप 1269 वोटों से विजयी घोषित हुए जबकि प्रफुल्ल 801 मतों से विजेता घोषित किए गए। बता दें कि वाराणसी पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है।
मालूम हो कि छात्रसंघ चुनाव के लिए बीते मंगलवार को वोटिंग हुई थी और नतीजे आज यानी 25 फरवरी को घोषित कर दिए गए। चुनाव परिणाम पर NSUI पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभावरी अविनाश यादव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में एनएसयूआई की जीत छात्रों के भीतर रोजगार और शिक्षा की खराब गुणवत्ता पर गुस्से का इजहार है।
उन्होंने कहा कि छात्रों ने एबीवीपी की गुंडागर्दी को नकार कर हमारा साथ दिया है। अब हम उनकी आवाज को और मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में हम सभी पदों पर जीत दर्ज करेंगे। चुनाव परिणाम से उत्साहित यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर इसे बड़ी जीत करार दिया है।
चार बड़े पदों पर ये प्रत्याशी थे उम्मीदवार
अध्यक्ष- आलोक रंजन, शशि शेखर सिंह, विमलेश यादव
उपाध्यक्ष- संदीप पाल, संजय कुमार यादव, शशिधर जायसवाल
महामंत्री- अभय शक्ति सिंह, अमन भारद्वाज, प्रफुल्ल पांडेय
पुस्तकालय मंत्री- अंकित वर्मा, आशीष गोस्वामी
उल्लेखनीय है कि वाराणसी लंबे समय से भाजपा और संघ गढ़ रहे हैं। इधर कांग्रेस के छात्र संगठन को चुनाव में मिली सफलता को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
साभार-जनसत्ता