ये खबर फास्टैग यूजर्स के लिए परेशान करने वाली हो सकती है. क्योंकि अब फास्टैग सर्विस प्रोवाइडर ने देशभर में जारी फास्टैग पर सेवा शुल्क वसूलना शुरू कर दिया है. जिससे यूजर्स की जेब पहले से ज्यादा ढीली होगी. क्योंकि अभी तक कोई भी बैंक फास्टैग पर सर्विस चार्ज नहीं वसूलता था. आपको बता दें कि देशभर में अभी फास्टैग से ही टोल टैक्स की वसूली की जाती है.
अभी फास्टैग सर्विस फ्री किया गया था. लेकिन 2 जुलाई से नए नियम लागू हो गए हैं. जिसके बाद अलग-अलग सर्विस पर अब सेवा शुल्क देना होगा. हालांकि इसके लिए कई टर्म एंड कंडीशन भी रखी गई हैं.आइये जानते हैं किस-किस मद में बैंक ने सेवा शुल्क वसूलना शुरू कर दिया है.
इन शर्तों पर देना होगा सेवा शुल्क
फास्टैग स्टेटमेंट के लिए 25 रुपए देने होंगे.यदि किसी को फास्टैग बंद करना होगा तो 100 रुपए का शुल्क देना होगा. टैग मैनेजमेंट के लिए 25 रुपए देने होंगे. खाते में पैसा कम होने पर भी 25 रुपए प्रति तिमाही चार्ज देना होगा. इसके लिए कंपनीज ने ग्राहकों को मैसेज भी भेजने शुरू कर दिये हैं.आपको बता दें कि अभी तक फास्टैग पर कोई भी सेवा शुल्क नहीं वसूला जाता था. बैंकों ने खर्च का हवाला देते हुए अचानक 1 जुलाई से उक्त सभी मदों में सेवा शुल्क लेना शुरू कर दिया है. साथ ही कहा गया है कि यदि किसी ने भी फास्टैग की केवाईसी नहीं कराई है तो तुरंत करा लें.
एनपीसीआई द्वारा जारी नए निर्देश
यदि किसी का फास्टैग पांच साल पुराना होगा तो उसे तत्काल बदलना होगा. फास्टैग की केवाईसी प्रक्रिया को हर तीन साल में कराना सुनिश्चित करें. यही नहीं फास्टैग को अब वाहन के चेसिस नंबर से जोड़ना अनिवार्य कर दिया गया है. वाहन का नंबर यदि उपलब्ध नहीं है तो चेसिस नंबर अनिवार्य तौर कर दिया गया है. नया वाहन लेने के बाद 90 दिन के अंदर वाहन का नंबर अपडेट करना जरूरी होगा. यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो 30 के बाद आपका फास्टैग बंद कर दिया जाएगा. केवाईसी करते वक्त वाहन की सामने की साइड की साफ फोटो अपलोड करनी होगी.