प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को योग दिवस के मुख्य समारोह में असमिया गमछा पहनकर एक बार फिर राष्ट्रीय एकता और समृद्धि का संदेश दिया। गमोसा के माध्यम से उन्होंने असम की पारंपरिक सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर किया।
इस मौके पर, केंद्रीय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने प्रधानमंत्री को इस अद्वितीय असमिया पहनावे के लिए सम्मानित किया और उनके उत्साह की सराहना की। इस प्रकार, स्थानीय उत्पादों और संस्कृति को संरक्षित रखने में सरकार का प्रयास एक बार फिर नजर आया।
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बताया कि गमोसा के महत्व को समझने का अद्वितीय तरीका इसे उनकी आध्यात्मिक भक्ति और समर्पण के प्रतीक के रूप में देखना है। वे स्पष्ट करते हैं कि असम के लोगों और कृष्णगुरु सेवाश्रम के भक्तों के बीच गमोसा न केवल एक पारंपरिक वस्त्र है, बल्कि एक आदर्श भी है जो उनकी सामाजिक और धार्मिक एकता को साकार करता है। उन्होंने अपने गहरे आभास और समर्पण के साथ इस अद्वितीय धारणा को प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने व्यक्तिगत रूप के साथ ही एक ब्रांड के रूप में भी अपने आप को स्थापित किया है। उनकी दृष्टि और उनके उद्यमों की वजह से वे अब विशेष ब्रांडिंग के रूप में माने जाते हैं। देश और दुनिया में उनकी हर चाल पर नजरें टिकी रहती हैं और चर्चा होती रहती है।
पहले भी प्रधानमंत्री मोदी को अमिया गमछा के साथ देखा गया है। वे देश के स्वदेशी उत्पादों के प्रमोशन में सक्रिय रहते हैं और लोगों को इन्हें उपयोग के लिए प्रोत्साहित करते हैं। एक ऐसे कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने बताया कि उन्होंने महिला स्वयं-सहायता समूहों द्वारा बनाई गई असमिया गमछा को ख़रीदा है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि गमछा उन्हें बहुत आरामदायक लगता है और इसे उन्होंने स्थानीय समूहों का समर्थन करके ख़रीदा है।