शनिवार सुबह से ही घाटी की फिजा बदली हुई है. चारों ओर सेना, स्पेशल कमांडो, पुलिस और खुफिया विभाग की आधुनिक हथियारों से लैस गाड़ियां सायरन बजाते हुए दौड़ रहीं हैं. श्रीनगर के आसपास क्षेत्रों में सुरक्षा इतनी तगड़ी कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता. दहशतगर्दी और अलगाववादी नेताओं में ‘बेचैनी’ छाई हुई है. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान भी सहमा हुआ है.
यह सभी कवायद गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू कश्मीर तीन दिवसीय दौरे को लेकर है. ’पिछले कुछ समय से अशांत होती घाटी में शांति की बहाली को लेकर अमित शाह पूरी प्लानिंग के साथ पहुंचे हैं’. बात को आगे बढ़ाने से पहले यह भी जान लेते हैं कि अमित शाह को अचानक जम्मू कश्मीर की तीन दिवसीय यात्रा क्यों करनी पड़ी. बता दें कि अक्टूबर महीने में सुरक्षाबलों ने घाटी में 10 मुठभेड़ों में 17 आतंकवादियों को मार डाला, जबकि आतंकी हमलो में 10 सैनिक शहीद हुए और 12 आम नागरिक भी मारे गए हैं. इसी को लेकर पिछले दिनों राजधानी दिल्ली में गृहमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ लंबी बैठक भी की थी.
इसी बैठक में अमित शाह ने घाटी में शांति बहाली के लिए नया ‘प्लान’ बनाया. हालांकि अभी केंद्र सरकार की जम्मू कश्मीर में नई रणनीति को लेकर बात खुलकर सामने नहीं आई है लेकिन घाटी के हालात को सुधारने के लिए एक बार फिर से केंद्र ने ‘कमर’ कस ली है. घाटी में बढ़ती आतंकी गतिविधियों के बीच गृहमंत्री शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे के लिए आज श्रीनगर पहुंचे. उन्होंने श्रीनगर में स्थित राजभवन में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई लेवल मीटिंग की.
आईबी प्रमुख अरविंद कुमार, डीजीपी, सीआरपीएफ और एनआईए कुलदीप सिंह, डीजीपी एनएससी और सीआईएसफ एमए गणपति, बीजेपी बीएसएफ पंकज सिंह, बीजेपी जम्मू कश्मीर दिलबाग सिंह, आर्मी कमांडर और तीन शीर्ष कोर कमांडर भी गृहमंत्री के दौरे पर मौजूद हैं. बता दें कि 5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 रद होने के बाद यह शाह की पहली जम्मू-कश्मीर यात्रा है. शाह यहां कई दौर की सुरक्षा समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता करेंगे. गृहमंत्री तीन दिवसीय दौरे के दौरान 2 दिन श्रीनगर में और एक दिन जम्मू में बिताएंगे.
गृहमंत्री का ये दौरा हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में बढ़े आतंकी हमलों को देखते हुए बेहद अहम है. उनके पहुंचने से पहले ही एक स्पेशल टीम जम्मू-कश्मीर पहुंच गई थी जिसने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. बताया जा रहा है कि गृहमंत्री की सुरक्षा के लिए शार्प शूटर, स्निपर और ड्रोन तक तैनात किए गए हैं.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार