झारखंड में बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच हेमंत सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) एवं सहयोगी दलों कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं के साथ गुरुवार (4 जुलाई) को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की. राजभवन ने हेमंत सोरेन को सरकार बनाने का न्योता दिया. हेमंत सोरेन 7 जुलाई को पद एवं गोपनीयता की शपथ ले सकते हैं.
झामुमो के महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 7 जुलाई को भगवान जगन्नाथ को याद करते हुए पहले प्रहर में हेमंत सोरेन की कैबिनेट का शपथ ग्रहण होगा. जगह अभी तय नहीं है. कैबिनेट में किन लोगों को मंत्री बनाया जाएगा, इसके बारे में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तय करेंगे कि उनकी कैबिनेट का हिस्सा कौन लोग होंगे.
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और वामदलों के गठबंधन की सरकार चल रही है. हेमंत सोरेन जब जेल गए थे, तो चंपाई सोरेन को उनकी जगह झारखंड के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 28 जून को झारखंड हाईकोर्ट ने हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाला मामले में निर्दोष करार देते हुए उन्हें रिहा करने का आदेश दिया था. रिहाई के बाद हेमंत सोरेन एक बार फिर झारखंड के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने जा रहे हैं.
इस बाबत बुधवार को दिन भर विधायक दल की बैठक चली. बैठक में हेमंत सोरेन को फिर से विधायक दल का नेता चुन लिया गया. इसके बाद तय हुआ कि चंपाई सोरेन इस्तीफा देंगे और हेमंत सोरेन सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. शाम को चंपाई सोरेन ने राजभवन जाकर अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके बाद हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया. बृहस्पतिवार को राजभवन ने गठबंधन के नेताओं को राजभवन आमंत्रित किया.
हेमंत सोरेन अपने सहयोगी दलों के नेताओं के साथ राजभवन पहुंचे. यहां राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया. राजभवन के अंदर जाते समय या राजभवन से बाहर निकलने के बाद किसी ने कोई बयान नहीं दिया. लेकिन, गठबंधन के घटक दलों के कुछ नेताओं का कहना है कि राजभवन से न्योता मिल गया है. 7 जुलाई को शपथ ग्रहण समारोह होगा. हालांकि, आधिकारिक रूप से अभी तक झामुमो, कांग्रेस या राजद की ओर से कुछ नहीं कहा गया है.