दिल्ली के नागरिक वर्तमान में दोहरी समस्या का सामना कर रहे हैं। एक तरफ तोषणकारी गर्मी ने जनजीवन को मुश्किल बना दिया है, वहीं दूसरी तरफ पानी की कमी ने परेशानी को और बढ़ा दिया है।
इस संकट को लेकर दिल्ली सरकार ने आपातकालीन बैठक करने का फैसला लिया है, जिसमें दोपहर 12 बजे मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज भाग लेंगे। इस बैठक में मुख्य सचिव सहित सभी उच्च अधिकारी उपस्थित रहेंगे। इसी बीच मंत्री आतिशी ने वजीराबाद जल उपचार संयंत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है।
अतिशी ने बताया कि दिल्ली अपनी जल आपूर्ति के लिए पूरी तरह से यमुना नदी पर निर्भर है। यमुना नदी में दिल्ली तक पहुंचने वाला पानी हरियाणा से छोड़ा जाता है। वर्तमान में, हम वजीराबाद प्लांट पर हैं, जहां यमुना का पानी पहुंचता है और यहां से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल शोधन संयंत्रों को वितरित किया जाता है। यदि हरियाणा से पानी की आपूर्ति कम होती है, तो जल शोधन संयंत्रों के पास पानी की कमी हो जाएगी।
इस मुद्दे को सुलझाने के लिए हमने हरियाणा सरकार को पत्र लिखा है और जल्द ही हम केंद्र सरकार से भी संपर्क करेंगे, ताकि दिल्ली को उसके हिस्से का पानी मिल सके।
दिल्ली की मंत्री ने कहा कि हम केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे कि पानी समय पर और पूरा हरियाणा की तरफ से दिया जाए। हरियाणा दिल्ली के साथ ऐसे नहीं कर सकता है। दिल्ली यमुना पर निर्भर है। वजीराबाद वॉटर प्लांट में हम पहुंचे हैं। यहां का पानी लगातार घट रहा है। वजीराबाद, चंद्रवाल और ओखला वोटर ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है। लेकिन पानी कम होनो की वजह से प्लांट में पानी ही नहीं पहुंच रहा है।