जम्मू कश्मीर में वैष्णो देवी यात्रा 16 अगस्त से शुरू होने जा रही है. जम्मू कश्मीर प्रशासन ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के चलते करीब 5 महीनों तक के लिए यात्रा बंद कर दी गई थी जिसके बाद अब इसे कुछ प्रतिबंधों व शर्तों के साथ शुरू किया जा रहा है. इस यात्रा के लिए श्राइन बोर्ड के द्वारा तैयारियां शुरू की जा चुकी हैं.
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया. उन्होंने आगे कहा कि मंदिरों को लगातार नियमित रुप से सैनिटाइज किया जा रहा है. कोरोना महामारी के बीच श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तमाम तरह के गाइडलाइन्स का पालन किया जा रहा है.
जम्मू कश्मीर सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस के अगले दिन यानि 16 अगस्त से सारे धार्मिक स्थलों के द्वारा खोल देने का फैसला किया है. इसके बाद ही वैष्णो देवी यात्रा के शुरू होने की खबर सामने आई है.
इसके पहले 4 अगस्त को सरकार के आधिकारिक प्रवक्ता रोहित कंसल ने बता दिया था कि अनलॉक-3 के तहत केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में सभी धार्मिक स्थल 16 अगस्त से खोल दिए जाएंगे. हालांकि इसके साथ शर्त ये भी है कि धार्मिक कार्यक्रम व धार्मिक जगहों पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ प्रतिबंधित होगी.
कंसल ने ट्वीट कर ये बताया था कि जम्मू कश्मीर राज्यपाल ने सारे बड़े फैसले लिए हैं. उन्होंने फैसला लिया है कि बड़ी गैदरिंग को प्रतिबंधित करते हुए 16 अगस्त से सारे धार्मिक स्थल खोल दिए जाएं.
यात्रा गाइडलाइन्स
श्रद्धालुओं की यात्रा को लेकर कई गाइडलाइन्स सरकार के द्वारा जारी किए गए हैं. 30 सितंबर तक रोजाना ज्यादा से ज्यादा 5,000 श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन को आ सकते हैं. श्रद्धालुओं को एडवांस में इसके लिए ऑनलाइन मोड के जरिए रजिस्ट्रेशन करवा लेना होगा. किसी भी प्रकार के गैदरिंग व भीड़ की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी.
श्राइन में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के पास आरोग्य सेतु एप रखना अनिवार्य होगा. सरकारी निर्देश के मुताबिक श्रद्धालुओं को मूर्ति से लेकर, पवित्र किताबों की मूर्तियों तक किसी भी चीज को छूने की इजाजत नहीं होगी. इसके अलावा श्राइन बोर्ड ने कहा है कि वे बाद में वे खुद के स्टैंडर्ड प्रोसीजर जारी करेंगे जिन्हें फॉलो करना जरूरी होगा. आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस के कुल मामले बढ़कर 26,949 हो गए हैं. इससे मरने वालों की संख्या 509 हो गई है.