आज 30 जून को भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडे सेना से रिटायर हो गए. भारतीय सेना में सेवा का आज रविवार को उनका अंतिम दिन रहा. पांडे अपने 26 महीनों के कार्यकाल के बाद रिटायर हुए हैं. दिल्ली में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को रविवार को भारतीय सेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. बता दें कि पिछले महीने सरकार ने जनरल पांडे के रिटायरमेंट के 6 दिन पहले उनका कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ा दिया था.
वहीं, जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने आज नये भारतीय सेना प्रमुख का पदभार संभाल लिया. वह भारतीय सेना के 30वें सेनाध्यक्ष हैं. वह पहले भारतीय सेना के उप प्रमुख थे और उत्तरी सेना की कमान भी संभाल चुके थे.
जनरल मनोज पांडे देश के 29वें आर्मी चीफ थे. उन्होंने 30 अप्रैल, 2022 को सेना प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था. बता दें कि सेवानिवृत्ति से पहले जनरल मनोज पांडे ने दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि भी अर्पित की. बता दें कि जनरल मनोज पांडे 62 वर्ष की आयु होने पर 31 मई को रिटायर होने वाले थे.
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे की बात करें तो दिसंबर 1982 में उन्हें कोर ऑफ इंजीनियर्स में कमीशन दिया गया था . यूके के कैम्बरली के स्टाफ कॉलेज से उन्होंने ग्रेजुएशन किया. उन्होंने आर्मी वॉर कॉलेज दिल्ली और महू में, नेशनल डिफेंस कॉलेज में हायर कमान कोर्स भी में भी भाग लिया था. अपने 37 साल की सेवा में उन्होंने ऑपरेशन विजय और ऑपरेशन पराक्रम में भी हिस्सा लिया.
अब उनकी जगह पर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी पदभार संभालने वाले हैं. बीती 11 जून की रात को केंद्र सरकार ने उपेंद्र द्विवेदी नए थलसेना अध्यक्ष के रूप में नियुक्त कर दिया था. लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी अब देश के 30वें सेना प्रमुख हैं. जनरल द्विवेदी ने वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के रूप में 19 फरवरी को पदभार संभाला था, जिसके बाद 11 जून की रात उन्हें सेना प्रमुख बनाने का ऐलान किया गया. सेना प्रमुख बनने से पहले उपेंद्र द्विवेदी सेना के वाइस चीफ, डीजी इन्फेंट्री, नॉर्दर्न आर्मी कमांडर और सेना में कई कमांड के प्रमुख के रूप में देश की सेवा कर चुके हैं.