दक्षिणी कुवैत की एक बिल्डिंग में लगी भीषण आग में 4 भारतीय समेत 35 लोगों की मौत हो गई. इस भीषण अग्निकांड में बिल्डिंग पूरी तरह से तबाह हो गई. बताया जा रहा है कि जिस बिल्डिंग में आग लगी उसमें मजदूर रहते थे. अग्निकांड की घटना बुधवार सुबह को हुई.
कुवैती सरकार ने इस भीषण अग्निकांड के लिए रियल एस्टेट ऑनर को जिम्मेदार ठहराया है. कुना न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस दर्दनाक घटना में 15 अन्य लोग घायल भी हुए हैं. वहीं, दर्जनों अन्य को सुरक्षित बचाने में सफलता मिली है. इस बीच कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने इमर्जेंसी नंबर (+965-65505246) जारी किया है. इस फोन नंबर पर बात कर लोग अपनों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं.
जानकारी के अनुसार, भीषण अग्निकांड की यह घटना दक्षिणी कुवैत के मंजफ शहर में हुई. बुधवार को लगी आग की चपेट में आने से 41 लोगों की मौत हो गई. कुवैत के उपप्रधानमंत्री शेख फहद यूसुफ सौद अल-सबाह ने घटनास्थल का दौरा कर घटना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने इस भीषण अग्निकांड के लिए रियल एस्टेट ऑनर को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि रियल एस्टेट ऑनर की लालच की वजह से यह भयावह घटना घटित हुई है. डिप्टी पीएम शेख फहद के पास गृह विभाग के साथ ही रक्षा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी है.
भीषण अग्निकांड में 41 लोगों की मौत हुई है. मरने वालों में 4 भारतीय भी शामिल हैं. कुवैत की सरकारी टीवी ने बताया कि जिस बिल्डिंग में आग लगी उसमें बड़ी तादाद में मजदूर रहते थे. बिल्डिंग से बड़ी संख्या में लोगों को बाहर निकाला गया, लेकिन धुएं और आग से घिर जाने की वजह से लोगों की दम घुटने और झुलसने से मौत हो गई. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और आग लगने की घटना की छानबीन की जा रही है.
दक्षिणी कुवैत के मंजफ शहर में भीषण आग लगने की घटना पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पहली प्रतिक्रिया दी है. भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, ‘कुवैत के शहर में भीषण अग्निकांड से हमें गहरा आघात लगा है. रिपोर्ट के अनुसार, 40 से ज्यादा लोगों की मौत हुई और 50 से ज्यादा लोग घायल हैं. हमारे राजदूत कैंप में पहुंचे हैं. हमें विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है.’ एस. जयशंकर ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. साथ ही कहा कि भारतीय दूतावास हर संभव मदद मुहैया कराएगा.