ब्यूनस आयर्स|….. अर्जेंटीना के दक्षिणपंथी नेता जेवियर माइली ने देश का राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है. अर्जेंटीना की जनता ने तीन अंकों की मुद्रास्फीति, बढ़ती मंदी और बढ़ती गरीबी से जूझ रही अर्थव्यवस्था को ठीक करने के लिए कट्टरपंथी विचारों वाले एक बाहरी व्यक्ति पर पासा फेंका है.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार आधिकारिक नतीजों में माइली को लगभग 56% जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सर्जियो मस्सा को 44% से कुछ अधिक वोट मिले हैं. परिणाम ने एक बार फिर उन सर्वेक्षणकर्ताओं को आश्चर्यचकित कर दिया जिन्होंने करीबी मुकाबले की भविष्यवाणी की थी. बता दें कि अर्जेंटीना इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है. जेवियर ने इस चुनाव में लोगों को आर्थिक समस्याओं से छुटकारा दिलाने के लिए कई वादे किए हैं, इसमें अर्जेंटीना के केंद्रीय बैंक को खत्म करके नई व्यवस्था लागू करना भी शामिल है.
अर्जेंटीना के नए नवेले राष्ट्रपति जेवियर माइली को चीन विरोधी समझा जाता है. वह चीन के अलावा ब्राजील की भी खूब आलोचना करते हैं. जेवियर ने कई बार दोहराया है कि वह किसी भी कम्युनिस्ट देश के साथ कोई सौदा नहीं करेंगे. हालांकि उनके चुनाव जीतने के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लूला सिल्वा ने उन्हें बधाई दी है. इधर सर्जियो मस्सा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है और जेवियर को देश का अगला राष्ट्रपति बनने के लिए बधाई दी है.
जेवियर माइली अपने अलग अंदाज के लिए भी काफी लोकप्रिय रहे हैं. उन्हें अक्सर रैलियों में एक आरी के साथ देखा जाता था. उनका अपने साथ आरी लाने को उनके कटौती के वादों के प्रतीक के तौर पर माना जाता था. हालांकि बाद में उन्होंने इसे अपने साथ रखना बंद कर दिया था. दरअसल उन्हें अपने उदारवादी छवि को नुकसान होने का डर सताने लगा था. जिसके बाद उन्होंने अपने साथ इसे रखना बंद कर दिया था.