ईनाडु रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक रामोजी राव का शनिवार तड़के निधन हो गया. उन्होंने हैदराबाद के स्टार अस्पताल में शनिवार सुबह 3.45 बजे आखिरी सांस ली. रामोजी राव का पार्थिव शरीर रामोजी फिल्म सिटी लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. 87 वर्षीय रामोजी राव को तबियत खराब होने पर 5 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रामोजी फिल्म सिटी का निर्माण उन्होंने ही अपनी जमीन पर कराया था.
जहां तमाम विश्व स्तरीय फिल्म की शूटिंग हुई. रामोजी फिल्म सिटी को भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक बनाने का श्रेय भी उन्हीं को जाता है. मीडिया और भारतीय फिल्म उद्योग में रामोजी राव का योगदान बहुत बड़ा है और उनका निधन पूरे मनोरंजन समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है. उनकी विरासत फिल्म निर्माताओं और कलाकारों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.
बता दें कि रामोजी राव ने साल 1983 में फिल्म निर्माण कंपनी उषाकिरण मूवीज़ की स्थापना की थी. उन्होंने चार फिल्मफेयर पुरस्कार और एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता है. साल 2016 में उन्हें पत्रकारिता, साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए देश ने दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
रामोजी राव का जन्म आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पेदापरुपुडी में एक किसान परिवार में हुआ था. वह मार्गदर्शी चिट फंड, रमादेवी पब्लिक स्कूल और प्रिया फूड्स के संस्थापक भी थे. इसके अलावा वह आंध्र प्रदेश में डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स के अध्यक्ष भी थे.
रामोजी राव का जन्म 16 नवंबर 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पेदापरुपुडी में एक किसान परिवार में हुआ था. उनका असली नाम चेरूकुरी रामोजी राव था. वह मार्गदर्शी चिट फंड, रमादेवी पब्लिक स्कूल और प्रिया फूड्स के संस्थापक भी थे. इसके अलावा वह आंध्र प्रदेश में डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स के अध्यक्ष भी थे.
उन्होंने बिजनेस और फिल्मों की दुनिया में खूब नाम कमाया. उन्होंने रामोजी ग्रुप की स्थापना की. जहां से दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो रामोजी फिल्म सिटी, ईटीवी नेटवर्क, डॉल्फिन होटल्स, मार्गदर्शी चिटफंड और ईनाडू तेलुगु अखबार चलता है.