बुधवार को चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को नोटिस जारी किया है. आयोग ने दोनों ही पार्टियों से भाषणों में मर्यादा बनाए रखने को कहा है. साथ ही दोनों पार्टियों के स्टार प्रचारकों को धार्मिक व सांप्रदायिक बयानबाजी नहीं करने का निर्देश दिया है. बीजेपी को उन भाषणों को प्रचार को रोकने को कहा है, जिनसे समाज दो टुकड़ों में बंट सकता है.
चुनाव आयोग ने कांग्रेस पार्टी से कहा कि वह भारत के संविधान को लेकर गलत बयानबाजी न करें. जैसे संविधान खत्म किया जा सकता है. इसके अलावा अग्निवीर योजना पर चुनाव आयोग ने कांग्रेस से रक्षाबलों का राजनीतिकरण नहीं करने और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में विभाजनकारी बयान नहीं देने को कहा है.
आयोग ने पाया कि देश का सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश एक स्थायी संरक्षण है. इसे चुनावों का शिकार नहीं बनाया जा सकता है. चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि बीजेपी-कांग्रेस को भारतीय मतदाताओं के गुणवत्तापूर्ण चुनावी अनुभव की विरासत को कमजोर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
चुनाव आयोग ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया. आयोग ने बताया कि इलेक्शन के वक्त सरकार में रहने वाली पार्टी के पास अतिरिक्त जिम्मेदारी होनी चाहिए. बता दें लोकसभा चुनाव के पहले पांच चरणों का मतदान 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को संपन्न हुए. अगले दो चरण की वोटिंग 25 मई और 1 जून को होगी. परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे.