कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल लगातार जारी है। राजधानी दिल्ली के प्रमुख अस्पतालों में भी डॉक्टरों ने धरना-प्रदर्शन किया है।
एम्स, सफदरजंग अस्पताल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, और राम मनोहर लोहिया सहित कई संस्थानों में डॉक्टरों ने हड़ताल की है। उन्हें हड़ताल खत्म करने की सलाह दी गई है, और आज शाम को डॉक्टर एक ऑल इंडिया स्तर की बैठक करेंगे। इस बैठक के बाद ही अगला निर्णय लिया जाएगा। इस बीच, डॉक्टर सुप्रीम कोर्ट के रुख पर भी चर्चा कर रहे हैं।
एम्स प्रशासन ने रेजिडेंट डॉक्टरों से अपील की है कि वे अपनी हड़ताल समाप्त कर काम पर लौटें। इसके लिए, समस्या का समाधान निकालने हेतु डीन (अकादमी) की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।
एम्स प्रशासन ने जारी किए गए पत्र में स्पष्ट किया है कि वे देशभर के स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा का समर्थन करते हैं और उनके साथ खड़े हैं। उन्होंने डॉक्टरों की जिम्मेदारी की ओर भी इशारा किया, कि किसी भी मरीज को बिना उपचार के नहीं लौटने दिया जाना चाहिए। केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट भी स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा को लेकर सकारात्मक कदम उठा रहे हैं। प्रशासन की अपील है कि सभी रेजिडेंट डॉक्टर अपने काम पर लौट आएं।