पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार में जिस बेबी केयर न्यू बोर्न अस्पताल में आग लगने से छह मासूमों की मौत हुई उसका लाइसेंस 31 मार्च को खत्म हो गया था. इस घटना के बाद पता चला कि दिल्ली में 340 नर्सिंग होम बिना लाइसेंस और जरूरी नियमों के खिलाफ संचालित हैं. इतनी बड़ी अनियमितताओं और अवैध रजिस्ट्रेशन मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल ने बड़ा कदम उठाया है. उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के ओएसडी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया है.
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के ओएसडी डॉ आर एन दास पर आरोप है कि देश की राजधानी दिल्ली में इतनी बड़ी लापरवाही से सैकड़ों नर्सिंग होम संचालित हैं, लेकिन इन्होंने इन सेंटरों पर कार्रवाई करने के बजाए अनदेखी करते रहे. विवेक विहार बेबी केयर न्यू बोर्न अस्पताल का हादसा इसी का नतीजा है.
बता दें कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से मालूम हुआ कि राजधानी में 1180 नर्सिंग होम पंजीकृत है, लेकिन इनमें से 340 यानी 29 फीसदी नर्सिंग होम के पास 6 साल पहले ही रजिस्ट्रेशन खत्म हो चुका है. ऐसे नर्सिंग होम की संख्या पश्चिम और उत्तर पश्चिम दिल्ली क्षेत्र में सबसे अधिक है. विवेक विबाहर में बीते दिन हुई बड़ी त्रासदी में जिन 6 मासूमों की मौत हुई थी उसका रजिस्ट्रेशन भी 31 मार्च को खत्म हो चुका था.