8 मार्च 2025 को मणिपुर में ‘फ्री मूवमेंट’ के पहले दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटीं। राज्य सरकार ने इम्फाल और पहाड़ी क्षेत्रों के बीच अंतर-जिला बस सेवाओं को फिर से शुरू किया था, लेकिन इस दिन एक बस पर हमला हुआ। कांगपोकपी जिले के गामगिफाई इलाके में एक सार्वजनिक बस पर भीड़ ने पथराव किया, जिससे सुरक्षा बलों को आंसू गैस और लाठियों का प्रयोग करना पड़ा। इसमें कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
सुरक्षा बलों ने इसके बाद व्यापक तलाशी अभियान चलाया, जिसमें 114 हथियार बरामद किए गए। इसके साथ ही प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में कांगलेइपाक कम्युनिस्ट पार्टी (PWG) और कांगलेइ योल कन्ना लुप (KYKL) के सदस्य शामिल थे।
मणिपुर में लगभग दो साल तक चलने वाली जातीय हिंसा के बाद, गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर ‘फ्री मूवमेंट’ की पहल शुरू की गई है। इसका उद्देश्य राज्य में सामान्य स्थिति को बहाल करना और विभिन्न मार्गों पर स्वतंत्र रूप से आवाजाही को सुनिश्चित करना है। सरकार ने इस पहल को शांति बहाल करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।