स्वतंत्रता के उत्सव में कोरोना की छाया तो रही लेकिन मोदी ने इसकी रौनक कम नहीं होने दी

पीएम मोदी


कोरोना काल के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले प्राचीर से संबोधित करते हुए जबरदस्त जोश-आत्मविश्वास में थे. देश की 74वीं स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर पीएम मोदी डेढ़ घंटे लंबे भाषण में पीएम ने आर्थिक विकास से लेकर कोरोना, महिला शक्ति से लेकर डिजिटल इंडिया और लद्दाख में चीनी घुसपैठ से लेकर आत्मनिर्भर भारत तक पर बात की. कोरोना महामारी की वजह से पीएम मोदी कई महीनों से सार्वजनिक मंचों से संबोधित नहीं कर पाए थे. 15 अगस्त को मोदी ने इसकी सारी कमी दूर कर दी. भारत की स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर देश-दुनिया की नजरें गड़ी हुई थी.

इस बार कोरोना की छाया इस उत्‍सव पर भी पड़ी लेकिन इससे इसकी रौनक कम नहीं हुई. पीएम मोदी ने सवेरे सबसे पहले राजघाट जाकर देश के राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की समाधि पर पुष्‍पांजलि अर्पित की. उस समय भी उन्‍होंने अपना मुंह साफे से ढंक रखा था. कोरोना के समय पूरी सावधानी बरतने का यह पीएम मोदी का संकल्‍प देश को स्‍पष्‍ट संदेश है कि कोई असावधानी नहीं. लाल किले से पीएम मोदी की दहाड़ दुनिया के तमाम देशों ने सुनी. लाल किले से भाषण देने के लिए मोदी पूरी तरह तैयार होकर आए थे. सभी विषयों पर पीएम ने बहुत ही बारीकी से देशवासियों को समझाते हुए भारत का भविष्य भी तय कर दिया. प्रधानमंत्री इस बार स्वतंत्रता दिवस पर तमाम चुनौतियों का सामना करने के बावजूद भी डगमगाए नहीं और पूरी लय के साथ देश को संबोधित करते रहे.

प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के इस दशक में अब भारत को नई नीति और नई रीति के साथ ही आगे बढ़ना होगा. अब साधारण से काम नहीं चलेगा. हमारी नीतियां, हमारे प्रोसेस, हमारे प्रोडक्ट्स, सब कुछ बेस्ट होना चाहिए, सर्वश्रेष्ठ होना चाहिए. तभी हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर पाएंगे. आज भारत ने असाधारण समय में असंभव को संभव किया है. इसी इच्छाशक्ति के साथ प्रत्येक भारतीय को आगे बढ़ना है. तभी हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि अगले वर्ष हमारा देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा, ऐसे में भारत को हर क्षेत्र में विकसित बनाने का समय आ गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर पर सातवीं बार तिरंगा फहराया. जिसके साथ ही वह सबसे अधिक बार ऐसा करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए.

पीएम मोदी ने देशवासियों को दिया ‘आत्मनिर्भर का मंत्र’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से कई बातों पर खुलकर बोले. लेकिन पीएम का आत्मनिर्भर और ज्यादा फोकस रहा. इस शब्द का 30 बार इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि कोरोना इतनी बड़ी विपत्ति नहीं कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को रोक पाए. उन्होंने कहा कि उन्होंने बड़ी विपत्ति के बावजूद आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को नहीं रोक पाया. उन्होंने कहा कि अब कोरोना के बीच 130 करोड़ लोगों ने आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया है. हम यह करके रहेंगे. दुनिया के अनेक बिजनेस भारत को दुनिया के सप्लाई चेन को देख रहे हैं. हमें मेक इन इंडिया के साथ-साथ मेक फॉर वर्ल्ड को लेकर आगे बढ़ना है. यह मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत आज हर भारतवासी के मन-मस्तिष्क में छाया हुआ है. दूसरी ओर मोदी ने कहा कि जब हम एक असाधारण लक्ष्य लेकर असाधारण यात्रा पर निकलते हैं तो रास्ते में चुनौतियों की भरमार होती है और चुनौतियां भी असामान्य होती हैं. सीमा पर देश के सामर्थ्य को चुनौती देने के प्रयास हुए. लेकिन एलओसी लेकर एलएसी तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई, देश की सेना ने और हमारे वीर जवानों ने उसी भाषा में जवाब दिया है. भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरा देश एक जोश से भरा हुआ है. संकल्प से प्रेरित है और सामर्थ्य पर आगे बढ़ रहा है.


कोरोना की वजह से नेता, अफसर सोशल डिस्टेंसिंग में बैठे नजर आए

स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली का लाल किला वह जगह है जहां आज से पहले हर पंद्रह अगस्त को तिल रखने की भी जगह नहीं होती थी. लेकिन आज लाल किले पर सभी लोग सोशल डिस्टेंस डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठे नजर आए. कोरोना के नियमों का पूरा ध्‍यान रखा जा रहा है. इस बार नेताओं, अफसर, डिप्लोमैट्स और मीडियाकर्मियों समेत 4 हजार से कुछ ज्यादा लोगों को न्योता दिया गया. पिछले साल तक प्रधानमंत्री के भाषण को देखने के लिए कम से कम 10,000 लोग समारोह में शामिल होते थे. महामारी से बचाव को लेकर कुछ खास इंतजाम किए गए. इस बार लाल किले पर समारोह में स्कूली बच्चों की बजाय 1500 ऐसे लोग शामिल हुए, जिन्होंने कोरोना पर जीत हासिल की. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मुंह पर मास्‍क लगाए और सोशल डिस्‍टेंसिंग करते दिखे. उन्‍होंने पीएम मोदी का हाथ जोड़ कर स्‍वागत किया. सभा स्‍थल पर मौजूद अतिथिगण भी सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन करते दिखे. पीएम मोदी ने परेड का निरीक्षण किया. परेड के चुस्‍त दुरुस्‍त जवान आम दिनों से थोड़ा दूर-दूर कतारों में खड़े थे.

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार