उत्तर प्रदेश को राजनीतिक मानसिकता से बीमार राज्य बनाने की सोच को समाप्त करके, हमने इसे एक दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था में बदल दिया है। प्रदेश में जो पहले निराश थे, उन परंपरागत कारीगरों, शिल्पकारों और युवा उद्यमियों के चेहरों पर अब उत्साह की मुस्कान दिखती है। उत्तर प्रदेश की ओडीओपी योजना आज आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन चुकी है।
यह सब कुछ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण के कर्टेन रेजर सेरेमनी के दौरान कहा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने औद्योगिक आस्थानों और ओडीओपी सीएफसी की 13 परियोजनाओं का उद्घाटन किया, साथ ही विभिन्न जनपदों के परंपरागत हस्तशिल्पियों और कारीगरों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री योगी ने अपने उद्बोधन में एमएसएमई विभाग को शुक्रिया अदा करते हुए प्रदेश के नव उद्यमियों और प्रतिष्ठित कारीगरों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष ग्रेटर नोएडा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो की सफलता ने यूपी की क्षमता को प्रमोट किया। इस आयोजन ने प्रदेश के व्यापारिक संभावनाओं को प्रस्तुत करने का महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया। यह एक बार फिर साबित हो गया कि यूपी में उद्यमिता का जोश उबारने को तैयार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नव उद्यमियों का आत्मविश्वास उच्च है और उन्हें विश्वास है कि उनका उत्पाद वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी हो सकता है।
साथ ही, एक्सपोर्ट के क्षेत्र में भी वृद्धि हुई है और इसने रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं। उन्होंने बताया कि युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए सीएम युवा उद्यमी योजना की शुरुआत की गई है, जिसमें वे ब्याज मुक्त ऋण प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने घोषणा की कि 19 फरवरी को प्रधानमंत्री यूपी के चतुर्थ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शिलान्यास किया जाएगा, जिससे लाखों युवाओं को नौकरी के अवसर मिलेंगे और नए उद्योगों के विकास का संदेश मिलेगा।