नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के संदर्भ में सीएम अरविंद केजरीवाल के बयान से राजनीतिक दलों के बीच टकराव तेज हो गया है। भाजपा ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि वे वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। इसके साथ ही, नाराज हिंदू शरणार्थियों ने भी केजरीवाल के आवास के सामने प्रदर्शन किया।
सीएए के मामले में घमासान मच गया है जहां केजरीवाल ने बताया कि इससे लगभग दुगने संख्या में घुसपैठिए भारत आएंगे। उन्होंने बताया कि कैसे सीएए खतरनाक हो सकता है और किस प्रकार से इसके परिणामस्वरूप बाहरी लोगों को राशन कार्ड भी दिया जा सकता है। वहीं, इसे देश के लिए एक खतरा मानते हुए उन्होंने कहा कि हमारे लोगों को नौकरियां नहीं मिल रही हैं और ऐसे में बाहरी लोगों को नौकरियां कहां से देंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान का जवाब देते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मेरे उठाए गए सवालों का जवाब नहीं दिया, लेकिन उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में मुझे बताया। मैं महत्वपूर्ण नहीं हूं, पर जब हम अपने लोगों को नौकरी नहीं दे सकते, तो विदेश से आए शरणार्थियों को नौकरी कैसे देंगे? सीएए के कारण होने वाला पलायन विभाजन के दौरान हुए पलायन से भी बड़ा होगा।