सुशांत सिंह राजपूत मौत के मामले को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को सौंप दिया है. अब जांच के लिए सीबीआई का एक दल मुंबई जाएगा.
ऐसे में सवाल है कि क्या जिस तरह से बीएमसी ने बिहार पुलिस के एसपी विनय तिवारी को क्वारंटीन कर दिया था, उसी प्रकार सीबीआई के अधिकारियों को भी मुंबई पहुंचने पर क्वारंटीन कर दिया जाएगा. इस पर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) का पक्ष सामने आया है.
बीएमसी कमिश्ननर इकबाल सिंह चहल ने कहा है, ‘यदि सीबीआई टीम 7 दिनों के लिए आती है, तो उन्हें क्वारंटीन से छूट दी जाएगी और यदि वे सात दिनों से अधिक की अवधि के लिए आते हैं, तो उन्हें हमारी ईमेल आईडी के माध्यम से छूट के लिए आवेदन करना होगा और हम उन्हें छूट देंगे.
सीबीआई की टीम 7 दिनों के लिए आती है, तो उन्हें एमसीजीएम के मौजूदा क्वारंटीन दिशानिर्देशों के अनुसार, कंफर्म रिटर्न टिकट ले जाने पर क्वारंटीन से छूट दी जाएगी.’
इससे पहले इस मामले में जांच के लिए 2 अगस्त को मुंबई पहुंचे विनय तिवारी को 14 दिनों के लिए क्वारंटीन में भेज दिया था. जिसके बाद मुंबई से लेकर बिहार तक काफी हंगामा देखने को मिला था और एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप हुए थे.
हालांकि कुछ दिनों बाद ही उन्हें छोड़ दिया गया और विनय तिवारी वापस पटना लौट गए. बीएमसी ने तिवारी को इस शर्त पर क्वारंटीन केंद्र छोड़ने की अनुमति दी है कि वो 8 अगस्त तक मुंबई छोड़ देंगे.
अब सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद सीबीआई का एक दल आगे की तफ्तीश के लिए मुंबई जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को जांच सीबीआई को सौंप दी जिसने मामले में पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
सीबीआई प्रवक्ता आर के गौर ने कहा, ‘सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच चल रही है. सीबीआई का एक दल आगे जांच के लिए जल्द ही मुंबई जाएगा. इस स्तर पर अन्य विवरण साझा नहीं किया जा सकता.’