देश के साथ-साथ महाराष्ट्र की राजनीति भी इस समय चरम पर है. इस सियासत के बीच बीड लोकसभा चुनाव में हार का सामना करने वाली बीजेपी नेता पंकजा मुंडे को अब राज्यसभा भेजे जाने की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं. बीजेपी में इस दिशा में हलचल तेज हो गई है. हाल ही में दिल्ली में बीजेपी नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें पंकजा मुंडे को राज्यसभा भेजने पर चर्चा हुई. वहीं पीयूष गोयल और उदयनराजे भोसले के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उनकी राज्यसभा सीटें खाली हो गई हैं. इन खाली सीटों में से एक पर पंकजा मुंडे को मौका मिलने की संभावना जताई जा रही है. अगर ऐसा होता है, तो पंकजा मुंडे की हार उनके समर्थकों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी, जो वर्तमान में निराश हैं.
फिलहाल महाराष्ट्र में ओबीसी और मराठा समुदायों के बीच टकराव चल रहा है. इस संदर्भ में बीजेपी नेताओं के बीच एक आम राय बन रही है कि ओबीसी नेता पंकजा मुंडे को राज्यसभा में नियुक्त किया जाना चाहिए. सूत्रों की मानें तो दिल्ली में हुई बैठक में प्रदेश के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व से पंकजा मुंडे को राज्यसभा में भेजने की मांग की है.
आपको बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में पंकजा मुंडे ने बीड सीट से चुनाव लड़ा था. वे जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही थीं, लेकिन शरद पवार गुट के बजरंग सोनवणे ने आखिरी राउंड तक चले कड़े मुकाबले में पंकजा मुंडे को हरा दिया. इस हार से बीड जिले में मुंडे समर्थकों को बड़ा झटका लगा. अब अगर पंकजा मुंडे की राज्यसभा में वापसी हो जाती है, तो यह उनके समर्थकों के लिए राहत की बात होगी.
इसके साथ ही आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब पंकजा मुंडे के राज्यसभा या विधान परिषद के लिए नाम की चर्चा हो रही हो. इससे पहले भी महाराष्ट्र में राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव के दौरान पंकजा मुंडे के नाम की खूब चर्चा होती थी. कहा जा रहा था कि वे उम्मीदवारी की दौड़ में आगे चल रही थीं, लेकिन इस बार उन्हें राज्यसभा में भेजे जाने की संभावना अधिक नजर आ रही है.
बहरहाल, महाराष्ट्र की राजनीति में पंकजा मुंडे की संभावित राज्यसभा वापसी बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. इससे न केवल ओबीसी और मराठा समुदायों के बीच के टकराव को कम करने में मदद मिल सकती है, बल्कि मुंडे समर्थकों की निराशा भी कम हो सकती है. दिल्ली में हुई बैठक और बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया को देखते हुए ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि पंकजा मुंडे की राज्यसभा में वापसी होती है या नहीं?