दो हजार के नोट बंद होने के बाद अब इजराइल युद्ध के कारण एक बार फिर सोने के भाव में उछाल आ गया है। श्राद्ध पक्ष में पहली बार सोना 60 हजार रुपये प्रति तोला (10 ग्राम) होने की ओर है। रविवार की छुट्टी होने के बाद भी बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन ने रेट खोले। 8 अक्तूबर शाम 4 बजे सोना 999.9 का भाव 59,800 रुपये प्रति तोला और चांदी 999.9 का भाव 72 हजार रुपये प्रति किलो रहा।
इंडिया बुलियन ट्रेड कॉरपोरेशन के अनुसार भारत में सोने और चांदी की खपत ज्वेलरी, निवेश और केंद्रीय बैंक में रिजर्व के द्वारा होती है। देश में सोने की खपत हर साल 700-800 टन है। इसमें 1 टन का उत्पादन देश में ही होता है और बाकी आयात किया जाता है।
बता दे कि इंडियन बुलियन ट्रेड कॉर्पोरेशन से जुड़े अर्थशास्त्री आशुतोष अग्रवाल ने बताया कि सोने की खरीद में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी आई है। विवाह आदि त्योहारी सीजन के लिए श्राद्ध पक्ष के तुरंत बाद खरीदारी शुरू हो जाएगी। ऐसे में सोने का भाव बढ़ना खर्च को भी बढ़ाएगा। ईरान द्वारा उत्पादन बढ़ाने के बावजूद तेल की कीमत पर इसका कितना प्रभाव पड़ेगा। यूनाइटेड ज्वेलर्स एंड मैन्युफैक्चर फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. संजीव अग्रवाल ने बताया कि जब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उथल-पुथल होती है तो सोने के भाव बढ़ते हैं। इस दौरान डॉलर मजबूत होता है। अब अमेरिकी ब्याज दरें लंबे समय तक ऊंची रहेंगी।