देशभर में दूसरी लहर में कमी आने पर कई राज्यों के शिक्षण स्थान पूरी तरह से खुल चुके हैं. इसी बीच एक चिंताजनक खबर सामने आई है कि महाराष्ट्र में स्कूल शुरू होने के 20 दिनों के भीतर ही 1000 से ज्यादा बच्चे कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए हैं. आपस में संपर्क बढ़ने की वजह से 11 से 18 साल की उम्र के 1 हजार 711 बच्चों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं. हालांकि इन बच्चों में कोरोना के सौम्य लक्षण पाए गए हैं. लेकिन ये स्प्रेडर का काम कर सकते हैं. इस वजह से सतर्कता और सावधानी बरतनी जरूरी है.
इसको ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कोरोनारोधी वैक्सीनेशन को लेकर आज एक अहम बयान दिया. उन्होंने कहा कि कोविड के खतरे को देखते हुए छोटे बच्चों का वैक्सीनेशन तत्काल शुरू किए जाने की ज़रूरत है. वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके वरिष्ठ नागरिकों को भी बूस्टर डोज दिए जाने की ज़रूरत है.