श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट 15 जनवरी तक अधिक से अधिक व्यवस्थाएं पूरी करने में जुटा है। जिसको देखते हुए 500 मजदूर निर्माण कार्य में और लगाए गए हैं। जहां अभी तक 3500 मजदूर मंदिर निर्माण में जुटे थे। अब इनकी संख्या बड़ा कर चार हजार कर दी गई है। अभी तक दो शिफ्ट में मजदूरों की आठ-आठ घंटे ड्यूटी लगाई जाती थी। अब तीन शिफ्ट में यानी 24 घंटे निर्माण कार्य चल रहा है।
बता दे की राममंदिर का भूतल बनकर तैयार हो चुका है। इसकी फिनिशिंग तेजी से चल रही है। भूतल में फर्श बिछाने का काम पूरा होने को है। भूतल के स्तंभों में मूर्तियां उकेरे जाने का काम भी 15 जनवरी तक पूरा किया जाना है।
इसी के साथ मंदिर के गर्भगृह में बने तीन फीट ऊंचे व आठ फीट लंबे सिंहासन को स्वर्णजड़ित किए जाने का भी काम शुरू हो गया है। सिंहासन पर तांबे की चादर चढ़ाई जा रही है। तांबे पर सोने की परत चढ़ाई जाएगी। मंदिर का मुख्यद्वार और गर्भगृह का सिंहासन सोने से मंडित होगा। जिसपे की दिल्ली की एक ज्वेलर्स कंपनी यह काम कर रही है। रामलला के सिंहासन को स्वर्णमंडित करने का काम 15 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा।