उमेश पाल अपहरण केस में अतीक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. लेकिन उसका भाई अशरफ को अदालत ने दोषमुक्त कर दिया है. अतीक को जहां साबरमती जेल ले जाया जा रहा है, वहीं अशरफ को बरेली जेल भेज दिया गया है. इन सबके बीच अशरफ का कहना है कि दो हफ्ते के भीतर वो मार दिया जाएगा.
यूपी के सीएम उसका दर्द समझते हैं.अशरफ ने कहा कि पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उसे जान से मारने की धमकी दी है. उस बारे में वो सीएम योगी आदित्यनाथ, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को जानकारी देगा.
उमेश पाल ने अतीक अहमद पर 2006 में उसका अपहरण करने और उसे अपने पक्ष में गवाही देने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था, की पिछले महीने खुद हत्या कर दी गई थी, जिसमें उसे और उसके सुरक्षा कवच को बमों और गोलियों से उड़ा दिया गया था.प्रयागराज में एमपी/एमएलए कोर्ट ने अहमद को दोषी ठहराया – उनके सहयोगी दिनेश पासी और लंबे समय से वकील शौलत हनीफ के साथ – उमेश पाल को “प्रतिकूल” तरीके से प्रभावित किया गया था और पूर्व सांसद के पक्ष में गवाही देने के लिए बनाया गया था.
यह देखते हुए कि उमेश पाल की पिछले महीने हत्या कर दी गई थी, अदालत ने तीनों को उसके परिवार को मुआवजे के रूप में 1 लाख रुपये देने का निर्देश दिया.वर्तमान मामले में, शिकायतकर्ता उमेश पाल को राजू पाल हत्याकांड में उनके पक्ष में गवाही देने के लिए मजबूर किया गया था. आरोपी शौलत हनीफ के हाथ में एक पर्ची थी जिसके आधार पर बयान दिया गया था. इन सभी परिस्थितियों से पता चलता है कि गवाह को प्रतिकूल तरीके से प्रभावित किया गया था और अहमद के पक्ष में गवाही देने के लिए मजबूर किया गया था.