बीजिंग| भारत और चीन के बीच रिश्ते इन दिनों कुछ अच्छे नहीं हैं. कारण है सीमा विवाद को लेकर झड़प. अब लद्दाख के गलवान घाटी में हुई झड़प को लेकर अमेरिकी अखबार न्यूजवीक ने बड़ा खुलासा किया है.
रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय जवानों के साथ 15 जून को हुई झड़प में 40-45 नहीं बल्कि 60 चीनी सैनिकों की मौत हुई थी. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि गलवान में हिंसा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इशारे पर हुई थी. जिसमें चीनी सेना पूरी तरह नाकाम रही.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर 2012 में शी जिनपिंग के चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का महासचिव बनने के बाद से भारत से लगी सीमा पर चीनी सैनिकों की आक्रामकता बढ़ी है. जिनपिंग चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के अध्यक्ष और पार्टी महासचिव भी हैं.
भारत और चीन में सीमा का निर्धारण नहीं है, चीनी सैनिक घुसपैठ के लिए इसी बात का फायदा उठाते हैं. फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के क्लिओ पास्कल के हवाले से न्यूजवीक ने लिखा कि रूस ने मई में ही चीन की हरकतों के बारे में भारत को बताया था.
रूस के अनुसार, चीन तिब्बत के इलाके में पहले से ही युद्धाभ्यास कर रहा था. इसी कारण जब गलवान में 15 जून को झड़प हुई तो भारत चौंक गया. यह दुनिया के दो सबसे बड़ी जनसंख्या वाले देशों में 45 साल में पहली भिड़ंत थी.
रिपोर्ट में चेतावनी देते हुए कहा गया है कि चीन अपनी विफलताओं से और ज्यादा क्रोधित है. ऐसे में इसके दूरगामी परिणाम निकल सकते हैं.
जिनपिंग इस हार से भारत के खिलाफ बड़े कदम उठाने के लिए भी उत्तेजित हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में सीमा पर तनाव और बढ़ सकता है.